दरअसल, पहाड़िया का स्वास्थ्य हाल ही में उनके छोटे पुत्र संजय पहाडिय़ा के आकस्मिक निधन के बाद से ही खराब चल रहा था। पिछले दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अस्पताल पहुंचकर पहाड़िया की कुशलक्षेम जानी थी। इस मुलाक़ात के दौरान सीएम गहलोत ने उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
पहले भी आईसीयू में रहे थे भर्ती पहाड़िया स्वास्थय कारणों के चलते पहले भी सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं। नवम्बर 2017 के दरम्यान पहाड़िया को आईसीयू में भर्ती किया गया था।
एमए और एलएलबी की शिक्षा प्राप्त पहाडिय़ा 6 जून 1980 में राजस्थान के पहली बार मुख्यमंत्री बने। इसके बाद 13 जुलाई 1981 में उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। वह सबसे पहले 1957 में केवल 25 वर्ष तीन महीने की आयु में पहली बार सांसद चुने गए और द्वितीय लोकसभा में सबसे कम आयु के सांसद बने।
पहाडिय़ा वर्ष 1965 में राज्यसभा के लिए चुने गए। इसके पश्चात वर्ष 1967 में पुन: सांसद बने और इंदिरा गाँधी की सरकार के वित्त मंत्रालय में उपमंत्री बनाए गए। वर्ष 1973 में उन्हें फिर संचार उपमंत्री बनाया गया था। पहाडिय़ा हरियाणा और बिहार के राज्यपाल भी रह चुके हैं।