यह कहना है पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सुरक्षा में रहे स्पेशल सिक्योरिटी ग्रुप के सिक्योरिटी ऑफिसर एवं सामरेड़ कला ग्राम पंचायत के वर्तमान सरपंच सीताराम छापोला का।
अटल-आडवाणी-भैरों सिंह की दोस्ती बनी एक मिसाल, शेखावत का प्रचार करने भी आए थे वाजपेयी सामरेडकलां सरपंच सीताराम छापोला वर्ष 2002 से 2004 तक प्रधानमंत्री के रूप में तथा 2004 से 2010 तक पूर्व प्रधानमंत्री के पास एसपीजी सुरक्षा में रहे हैं। छापोला ने बताया कि वाजपेयी हमेशा दीपावाली, होली व अपने जन्म दिन 25 दिसम्बर को सभी सुरक्षाधिकारियों को मिठाई देते थे।
जब बारिश में भी जनता अटल बिहारी वाजपेयी का भाषण सुनकर ही गई किसी भी सुरक्षाधिकारी के बीमार होने पर हाल चाल जानते थे तथा अपने निजी चिकित्सक एवं वर्तमान में एम्स नई दिल्ली के निदेशक डॉ. रंदीप गुलेरियां से इलाज करवाते थे।
जब राजस्थान के पोखरण में परमाणु बम फट रहे थे ताे अटल बिहारी वाजपेयी क्या कर रहे थे? उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के रूप में 2004 में सभी सुरक्षाधिकारियों को मय परिवार प्रधानमंत्री आवास में लंच दिया था, जो परिवार के लिए अविस्मरणीय दिन था।
सीआरपीएफ में डिप्टी कमाडेंट रहे छापोला ने बताया कि 2002 से 2010 तक पूर्व प्रधानमंत्री के साथ गुजारे दिनों को जीवन में भुलाया नहीं जा सकता है। लोग आज भी उस सभा को याद करते हैं
बात वर्ष 1993 की है। कोटपूतली आए वाजपेयी यहां 10 घण्टे रुके थे। तब वह लोकसभा में विपक्ष के नेता थे। आरटीएम में दोपहर के भोजन में कई तरह के व्यंजन बनवाए गए थे लेकिन वाजपेयी ने सिर्फ दाल-चपाती ली। शाम को पालिका पार्क में आयोजित सभा में उनका भाषण सुनने आसपास के गांवों से लोग आए थे। पार्क खचाखच भरा हुआ था। भाषण के दौरान पिन ड्रॉप शांति रही। लगभग पौन घण्टे के धारा प्रवाह भाषण में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी। उनकी उस सभा को लोग आज भी याद करते हैं।
– विक्रम सिंह तंवर, पूर्व प्रधान व सुरेश मोठूका, पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष कोटपूतली