टाउन पुलिस के अनुसार मंगलवार देर रात करीब 10.30 बजे यह कार नहर में गिरी थी। आपदा प्रबंधन की टीम के अलावा गोताखोरों की मदद से कार को नहर से बाहर निकाला गया। मृतकों की पहचान संगरिया के वार्ड नम्बर 33, डबवाली रोड निवासी विनोद अरोड़ा (45) पुत्र प्रेमराज अरोड़ा, उनकी पत्नी रेणु (42) एवं बेटी इशिता (16) तथा सुनीता नाई (40) पत्नी संदीप नाई के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि मृतक विनोद कुमार संगरिया के एसकेएम स्कूल में नौकरी करते थे। सुनिता भी टीचर थीं। सभी सीकर में विनोद कुमार की बेटी का कॉलेज में दाखिला करवाकर लौट रहे थे।
इस दौरान कार रमेश स्वामी निवासी मल्लडखेड़ा निवासी टिब्बी चला रहा था। रमेश स्वामी के अनुसार सीकर से लौटते समय गांव लखूवाली के पास इंदिरा गांधी मुख्य नहर के नजदीक उसने लघुशंका करने के लिए गाड़ी रोकी। पहले उसने गाड़ी सडक़ पर खड़ी कर दी लेकिन पीछे से ट्रक आने के कारण उसने गाड़ी को नहर की पटरी पर खड़ा कर दिया। लेकिन वह नीचे उतरने से पहले हैंड ब्रेक लगाना भूल गया। जब वह लघुशंका कर वापस आ रहा था तो ढलान पर खड़ी गाड़ी विनोद कुमार, उनकी पत्नी रेणु, बेटी इशिता और सुनिता सहित नहर में जा गिरी। इससे पहले बीती रात्रि को नहर में कार गिरने की सूचना पर मौके पर पहुंची लखूवाली चौकी पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
आपदा प्रबंधन विभाग के गोताखोरों की मदद से नहर में कार की तलाश शुरू की। मगर अंधेरा होने के कारण गोताखोरों को सर्च अभियान में दिक्कत हुई। बीकानेर से भी एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची थी लेकिन तब तक क्षेत्र के गोताखोरों ने गाड़ी ढूंढ चारों शव बाहर निकालने में सफलता हासिल कर ली। बुधवार शाम को टाउन पुलिस ने जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखे शव पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिए। इस संबंध में पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती रमेश स्वामी के पर्चा बयान पर मर्ग दर्ज की है।