पुलिस ने बताया कि दौसा के सैंथल निवासी चांदराना निवासी अंकुर योगी ने चार वर्षीय बेटे आयुष को बीमार होने पर 25 जुलाई को बांगड में न्यूरो सर्जरी वार्ड में भर्ती कराया था। अंकुर के साथ पत्नी कैला देवी, 4 माह का पुत्र दिव्यांश उर्फ लक्की, पिता कालूराम रावत और मां ढोली देवी भी एसएमएस अस्पताल में आए हुए थे। बुधवार को कालूराम व ढोली देवी चार माह के दिव्यांश को बांगड के गेट के बाहर लेकर बैठे थे। ढोली देवी शाम करीब 5 बजे भोजन लेकर वार्ड में बहू कैला देवी को देने चली गई। ढोली देवी भोजन की एक थाली पति कालूराम को भी देकर गई थी। कालूराम पोते को खिला रहे थे। तभी कई घंटों से साथ बैठे युवक ने कालूराम को भोजन करने के लिए कहा और दिव्यांश को लेकर खुद खिलाने लग गया। कालूराम ने बताया कि वे भोजन करने में व्यस्त हो गए और युवक पीछे से दिव्यांश को लेकर भाग गया।
कोटा निवासी युवक को मेडिकल स्टोर भेजा:
अंकुर योगी ने बताया कि कई दिनों से कोटा निवासी पवन नाम का युवक भी हॉस्पिटल में साथ था। पवन काम की तलाश में यहां आया हुआ है। पवन भी दिव्यांश के साथ खेल रहा था, तभी बच्चा ले जाने वाले युवक ने पवन को 20 रुपए देकर मेडिकल की दुकान पर निप्पल लेने भेज दिया। पवन लौटा तो युवक दिव्यांश को लेकर जा चुका था। पवन ने ही कालूराम को इसकी जानकारी दी। डीसीपी राजीव पचार ने आस-पास के थानों के सभी एसएचओ, डीएसटी टीम प्रभारी और स्पेशल टीम के जवानों को बच्चे की तलाश में लगाया है। पुलिस कमिश्नर की क्राइम ब्रांच टीम भी बच्चे की तलाश में जुटी है। लेकिन देर रात तक बच्चे का सुराग नहीं लग सका।
दादा-दादी के मुंह से एक ही शब्द निकल रहा कहां है लक्की:
कालूराम और ढोली देवी दोनों ही पोते दिव्यांश उर्फ लक्की को याद कर इधर-उधर तलाश रहे थे। उनके मुंह से एक ही शब्द निकल रहा था लक्की कहा है…हमारा लक्की कहां है। एसएमएस हॉस्पिटल में कुछ वर्ष पहले एक मासूम बालिका से दुष्कर्म होने की घटना सामने आ चुकी। वहीं कुछ दिन पहले एक बच्ची को बाथरूम में ले जाकर दुष्कर्म का प्रयास किए जाने की वारदात सामने आई थी। पुलिस ने इन दोनों ही वारदात में आरोपियों को पकड़ लिया था।