दरअसल, लॉकडाउन से पहले जितनी ट्रेनें चलती थी, अभी उससे करीब आधी ही ट्रेनें चल रही हैं। धीरे-धीरे बढ़ रहे यात्रीभार को देखते हुए रेलवे प्रशासन स्पेशल के नाम पर नियमित ट्रेनों को निश्चित समयावधि में अंतराल में संचालित कर रहा है। इन दिनों उत्तर पश्चिम रेलवे जोन में लगभग 150 से ज्यादा ट्रेनें संचालित हो रही है। कुछेक रूट को छोड़कर कई रूटों पर रोजाना गाडिय़ां नहीं चल रही है। किसी रूट पर हफ्ते में तीन दिन तो किसी में चार दिन या एक-दो दिन ट्रेनें चल रही हैं। इस वजह से यात्रियों को जयपुर से रेल यात्रा करने में कंफर्म टिकट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार यह स्थिति केवल जयपुर से हैदराबाद, बेंगलुरू, कोलकाता, अहमदाबाद, गुहावाटी, भोपाल, गया ही नहीं रायपुर, बांद्रा टर्मिनस, पुरी समेत कई शहरों की ओर जाने वाले ट्रेनों में देखने को मिल रही है। सबसे ज्यादा दिक्तत स्लीपर कोच में वेटिंग मिल रही है। कई ट्रेनों में तो रिग्रेट की स्थिति बनी हुई है। एसी श्रेणी में कई टे्रनों में नाममात्र ही वेटिंग नजर आ रही है तो कईयों में 30 पार मिल रही है। ज्यादा वेटिंग जयपुर से हैदराबाद, बेंगलुरू, गुहावाटी, हावड़ा आदि रूट पर ज्यादा वेटिंग मिल रही है। दिक्कत है कि बिना कंफर्म टिकट के यात्रा संभव नहीं है। इसलिए यात्रियों को ज्यादा परेशानी से जूझना पड़ रहा है।
अतिरिक्त कोच जोड़े, अवधि बढ़ाई
-यात्रियों को राहत देने के लिए रेलवे ने पोरबंदर-दिल्ली, उदयपुर-न्यूजलपाईगुडी, बिलासपुर-बीकानेर समेत कई ट्रेनों में अतिरिक्त कोच भी जोड़े गए है। इसके अलावा पूर्व में चल रही लगभग दो दर्जन त्योहार स्पेशल ट्रेनों की संचालन अवधि बढ़ाई गई है। हालांकि इससे परेशानी दूर नहीं होगी। जब तक नियमित ट्रेनें नहीं चलेगी ऐसे ही दिक्कतें आती रहेगी।
इन रूट पर इतनी मिल रही वेटिंग
जयपुर-हैदराबाद 50 से 185 तक
जयपुर-मैसूर 58 से 180
जयपुर-हावड़ा 43 से 70
जयपुर-मुंबई 15 से 57
जोधपुर-पुरी 33 से 87
जयपुर-बांद्रा र्टिमनस 20 से 30
-जयपुर -गुहावाटी 40 से 80
-जयपुर-भोपाल 25 से 75
-जयपुर-रायपुर 54-65
(रेलवे अधिकारियों के मुताबिक स्पीपर श्रेणी में 7 फरवरी तक वेटिंग सूची)
इधर, लोकल ट्रेनें अभी तक बेपटरी
-उत्तर पश्चिम रेलवे में करीबन 150 लोकल पैसेंजर ट्रेनें लोकडाउन के बाद से अभी तक बेपटरी है। रेलवे प्रशासन भी इनके संचालन को लेकर कोई खास रूचि नहीं दिखा रहा है। इनके शुरू नहीं होने से दैनिक कार्य के लिए आने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। वहीं दूसरी ओर स्पेशल ट्रेनों में किराया भी अतिरिक्त लें रहे है। यह शुरू हो जाए तो, किराए में भी राहत मिल सकेगी।