बुधवार को हुई राज्य मंत्रिपरिषद की वर्चुअल बैठक में सभी सदस्यों ने आमजन को लॉकडाउन गाइडलाइन में 31 मई तक विवाह समारोह को स्थगित किए जाने की सलाह दी है। सामने आया कि बड़ी संख्या में लोगों ने स्वविवेक से निर्णय कर शादियां स्थगित भी की हैं। कहा गया कि अन्य लोग भी इस पहल में भागीदार बनकर कोविड की चुनौती से लड़ने में राज्य सरकार का सहयोग करें।
बैठक में कहा गया कि आखातीज के अबूझ सावे पर बड़ी संख्या में विवाह होते आए हैं, लेकिन यह समय जीवन और मौत से संघर्ष का है। ऎसे में हमें विवाहों को टालकर जीवन बचाने के लिए आगे आना होगा। अतिआवश्यक होने पर लॉकडाउन गाइडलाइन की पालना करते हुए ही अधिकतम 11 लोगों की उपस्थिति में विवाह हों।
इसी तरह से लॉकडाउन की अवधि में ही ईद का मुबारक पर्व भी है। इस मौके पर अकीदतमंद जनअनुशासन का परिचय देकर घर पर ही इबादत करें। यह भी आग्रह किया गया है कि कोविड के इस दौर में लोग धार्मिक रीति-रिवाजों, त्योहार, उत्सव आदि के कार्यक्रम घर पर रहकर ही मनाएंं। कोई भी व्यक्ति धार्मिक स्थलों पर नहीं जाएं, घर पर ही पूजा, प्रार्थना एवं इबादत करें। हमारे समन्वित प्रयासों से ही हम कोरोना की इस कठिन जंग को जीतने में कामयाब हो सकेंगे।
राज्य सरकार प्रदेशवासियों के स्वस्थ और सुरक्षित जीवन को लेकर बेहद चिंतित है। मंत्रिपरिषद ने अपेक्षा की है कि सभी लोग राज्य सरकार के इन प्रयासों को सार्थक रूप देने के लिए समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की अक्षरशः पालना सुनिश्चित कर अपनी और अपनों की जीवन रक्षा के दायित्व का जिम्मेदार नागरिक के रूप में निर्वहन करेंगे।
राज्यपाल की परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया, ईद की शुभकामनाएं
राज्यपाल कलराज मिश्र ने देश और प्रदेशवासियों को परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया (14 मई) की बधाई एवं शुभकामना दी है। राज्यपाल ने कोविड महामारी को देखते हुए सभी से घर पर ही त्यौहार मनाने की अपील की है। राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने देश और प्रदेशवासियों को ईद-उल-फितर (14 मई) की बधाई और शुभकामना दी है। इसी तरह से राज्यपाल ने कोविड महामारी को देखते हुए सभी से घर पर ही त्यौहार मनाने की अपील की है।