राजस्थान में भी सामने आर्इ थी एेसी ही घटना
राजस्थान की राजधानी जयपुर के पास एक गांव में भी जून 2017 में एेसी घटना सामने आर्इ थी। आसमान से कुछ जलती हुई चीज एक खेत में गिरी, जिसके बाद उस स्थान पर करीब एक-डेढ़ फीट का गड्डा हो गया। खेत में गिरी गहरे मटमेले रंग की चार किलोग्राम वजन की वस्तु उल्का पिंड जैसी थी। इस घटना के बाद लोगों में दहश्त फैल गर्इ थी।
राजस्थान की राजधानी जयपुर के पास एक गांव में भी जून 2017 में एेसी घटना सामने आर्इ थी। आसमान से कुछ जलती हुई चीज एक खेत में गिरी, जिसके बाद उस स्थान पर करीब एक-डेढ़ फीट का गड्डा हो गया। खेत में गिरी गहरे मटमेले रंग की चार किलोग्राम वजन की वस्तु उल्का पिंड जैसी थी। इस घटना के बाद लोगों में दहश्त फैल गर्इ थी।
देखने के लिए लगी लोगों की भीड़
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पेरू के पूनो इलाके के आसमान में लोगों ने एक चमकीली चीज को गिरते देखा। कुछ लोगों ने इसकी फोटो खींच ली और सोशल मीडिया में शेयर कर दीं। इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गर्इ। जिस गांव में ये रहस्यमयी चीज गिरी उस गांव में लैरकानुआहानी समुदाय के लोग रहते हैं। ये लोग इसे उल्का पिंड मान रहे हैं। ये घटना 27 जनवरी की बताई जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पेरू के पूनो इलाके के आसमान में लोगों ने एक चमकीली चीज को गिरते देखा। कुछ लोगों ने इसकी फोटो खींच ली और सोशल मीडिया में शेयर कर दीं। इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गर्इ। जिस गांव में ये रहस्यमयी चीज गिरी उस गांव में लैरकानुआहानी समुदाय के लोग रहते हैं। ये लोग इसे उल्का पिंड मान रहे हैं। ये घटना 27 जनवरी की बताई जा रही है।
सोशल मीडिया में घटना को लेकर बहस
सोशल मीडिया में इस घटना को लेकर चर्चा जोरों पर है। इस घटना की तस्वीरें और वीडियो एक दिन पहले ही वायरल हुए थे। जिसमें दिखाया गया है कि टिंगो मारिया शहर में आसमान में आग के गोले नजर आ रहे हैं। अंतरिक्ष विज्ञानिकों के मुताबिक उल्कापिंड के गिरने की कोई भविष्यवाणी नहीं की गई थी । वैज्ञानिक इस रहस्यमयी चीज को अंतरिक्ष का कचरा भी बता रहे है। उनका कहना है कि पुराने उपग्रहों को स्पेस में ही छोड़ दिया जाता है।
सोशल मीडिया में इस घटना को लेकर चर्चा जोरों पर है। इस घटना की तस्वीरें और वीडियो एक दिन पहले ही वायरल हुए थे। जिसमें दिखाया गया है कि टिंगो मारिया शहर में आसमान में आग के गोले नजर आ रहे हैं। अंतरिक्ष विज्ञानिकों के मुताबिक उल्कापिंड के गिरने की कोई भविष्यवाणी नहीं की गई थी । वैज्ञानिक इस रहस्यमयी चीज को अंतरिक्ष का कचरा भी बता रहे है। उनका कहना है कि पुराने उपग्रहों को स्पेस में ही छोड़ दिया जाता है।