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जयपुर

गंदा है पर धंधा है! गोल्ड स्मगलिंग के नए-नए तरीके, ऐसी-ऐसी जगहों को भी नहीं छोड़ रहे तस्कर

एक करोड़ तक तस्करी पर आसानी से बेल, 10 लाख कमाई इसलिए युवाओं को भेज सोना मंगा रहे तस्कर…

जयपुरMar 06, 2019 / 11:18 am

dinesh

Gold Smuggling
– जगमोहन शर्मा

जयपुर।

प्रदेश में सोने की तस्करी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। तस्कर सोना लाने के लिए हर बार नए तरीके अपना रहे हैं। आठ साल पहले अंतरराष्ट्रीय व्यापार में हो रहे घाटे को कम करने के लिए सरकार ने सोने के आयात पर 10 प्रतिशत टैक्स बढ़ाया था। यही तस्करी का सबसे बड़ा कारण बना। वर्ष 2017-2018 के मुकाबले 2018-2019 में तस्करी का करीब दो गुना सोना जब्त किया गया है। मौजूदा वित्त वर्ष में अब तक 35 केस में 20 किलो से ज्यादा सोना जब्त हो चुका है, जिसकी बाजार कीमत छह करोड़ रुपए से ज्यादा है। 2017-18 में करीब 12 किलो सोना जब्त हुआ था। तस्करी बढऩे के पीछे सबसे बड़ा कारण कानून की ढिलाई है। कस्टम एक्ट 104 के अनुसार यदि कोई एक करोड़ रुपए तक सोने की तस्करी में लिप्त पाया जाता है, तो उसे मौके पर ही विभाग के उच्च अधिकारी जमानत दे सकते हैं। इससे ज्यादा कीमत पर ही मामला कोर्ट तक जाता है और तस्कर को हिरासत में लेते हैं। ज्यादातर मामलों में सोने की वैल्यू 30 लाख तक होती है। ऐसे में तस्कर को एयरपोर्ट पर ही स्क्यिोरिटी बॉन्ड भराकर छोड़ देते हैं।
सोना तस्कर अपना रहे हैं तस्करी के कैसे-कैसे तरीके
कस्टम विभाग का कहना है कि तस्कर नए-नए तरीके अपना रहे हैं। पिछले दो सालों में ज्यादातर मामलों में जूतों के सोल, रेक्टम, फॉइल पेपर के रूप में, एल्यूमिनियम की रॉड में, अटैची के हैंडल में, कोट के बटन, हैडफोन, हेयर ड्रायर आदि में सोना छिपाकर लाया गया है। सांगानेर एयरपोर्ट पर सोमवार को ही सोने की फाइल लाए एक व्यक्ति को पकड़ा है। फाइल से 280 ग्राम सोना निकला है।
कारोबारियों का गिरोह शामिल!
सूत्रों के अनुसार इसके पीछे बड़े कारोबारियों का गिरोह काम कर रहा है, जो खाड़ी देशो में काम कर रहे लोगों से और यहां से युवाओं को भेजकर सोना मंगवा रहे हैं। दरअसल एक किलो सोने पर से कस्टम ड्यूटी हटा दी जाए, तो उस पर तस्करों को तीन लाख रुपए से ज्यादा का फायदा मिलता है। एक करोड़ तक के सोने पर 10 लाख का फायदा होता है। ऐसे में बड़े कारोबारी यहां से युवाओं को खाड़ी व अन्य देशों में भेजते हैं। उन्हें फ्लाइट का टिकट दिलाते हैं और कुछ पैसे देते हैं। टिकट एक से डेढ़ माह पूर्व कराते हैं तो 5 से सात हजार ही खर्च आता है और कमाई पूरी होती है।
यहां से ला रहे हैं
भारत में सोने में कस्टम ड्यूटी 10 फीसदी है, जिसके चलते सोने की तस्करी लगातार बढ़ रही है। ज्यादातर तस्करी मस्कट, बैंकॉक और दुबई देशों से हो रही है।
सोने की पहचान छिपा देते हैं
भारत में लाए सोने का विदेशी छाप-चिह्न हटाने के लिए उसे पिघलाया जा रहा है और स्वरूप बिगाड़ा जा रहा है। राजस्व खुफिया निदेशालय ने विश्व स्वर्ण परिषद को इस मामले में वैश्विक स्तर पर जांच करने के लिए कहा है ताकि वे देश में अवैध उद्देश्यों के लिए बनाई गई इन पिघलाने वाली इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई करें।
जयपुर एयरपोर्ट आसान टारगेट
गौरतलब है कि जयपुर एयरपोर्ट अंतराष्ट्रीय सोना तस्करों की निगाह में है। माना जा रहा है कि पंजाब, गुजरात, मध्यप्रदेश, हरियाणा और दिल्ली सहित उत्तर भारत में गोल्ड स्मगलिंग के लिए इंटरनेशल स्मगलर्स जयपुर एयरपोर्ट को जरिया बना रहे हैं।

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