scriptबिजली बिलों पर पेनल्टी लगाकर आमजन के जख्मों पर नमक छिड़क रही है सरकार- राठौड़ | Government is sprinkling salt on the wounds of common people | Patrika News
जयपुर

बिजली बिलों पर पेनल्टी लगाकर आमजन के जख्मों पर नमक छिड़क रही है सरकार- राठौड़

उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने तीन महीने के स्थगित बिजली बिलों को माफ करने के बजाए ब्याज और पेनल्टी वसूलने का आदेश देकर कोरोना से परेशान लोगों के ज़ख़्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है।

जयपुरMay 22, 2020 / 05:31 pm

Umesh Sharma

बिजली बिलों पर पेनल्टी लगाकर आमजन के जख्मों पर नमक छिड़क रही है सरकार- राठौड़

बिजली बिलों पर पेनल्टी लगाकर आमजन के जख्मों पर नमक छिड़क रही है सरकार- राठौड़

जयपुर।

उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने तीन महीने के स्थगित बिजली बिलों को माफ करने के बजाए ब्याज और पेनल्टी वसूलने का आदेश देकर कोरोना से परेशान लोगों के ज़ख़्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है। राठौड़ ने कहा कि राज्य में कुल 1.20 करोड़ विद्युत उपभोक्ताओं में से 52 लाख उपभोक्ता ऐसे हैं जिनका मासिक औसत विद्युत उपभोग 150 यूनिट प्रतिमाह से ज्यादा है। इन 52 लाख उपभोक्ताओं से मार्च, अप्रेल व मई का स्थगित बिल एक साथ मय ब्याज व पेनल्टी के वसूलना सरासर अन्याय है।
उन्होंने टिड्डियों के आक्रमण से त्रस्त किसानों को 31 मई तक पिछला पूर्ण बिल जमा नहीं कराने पर 2 प्रतिशत पेनल्टी व कृषि कनेक्शन काटने के आदेश को भी किसान विरोधी बताया है। उन्होंने कहा कि आमजन को सस्ती और अच्छी बिजली उपलब्ध कराने का वादा करने वाली इस किसान विरोधी राज्य सरकार ने हमारी पिछली भाजपा सरकार की उस योजना को भी जनवरी 2020 से बंद कर दिया, जिसमें 10 हॉर्सपावर विद्युत कनेक्शन वाले किसानो को मुफ़्त बिजली दी जा रही थी।
राठौड ने कहा है कि फरवरी माह में राज्य सरकार ने आम उपभोक्ता व उद्योगों की विद्युत दर 11 से 15 प्रतिशत तक बढ़ाई थी, जिसके तहत उद्योगों में फिक्स चार्ज 185 रुपए प्रति केवीए से बढ़ाकर 270 रुपए किया गया था। यह राशि 56 दिनों से बंद उद्योगों से वसूलना उन पर करारा प्रहार ही है। राठौड़ ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज में देश के डिस्काॅम को 90 हजार करोड़ रुपए की सहायता की घोषणा की गई है। इससे निश्चित तौर पर प्रदेश के डिस्काॅम को भी वित्तीय सहायता मिलेगी। ऐसे में राज्य सरकार को बदली हुई परिस्थितियों में 3 माह का बिजली बिल पूर्णतया माफ करना चाहिए।
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