— दिल्ली रोड स्थित मनोहरपुर थाने के लिए रिश्वत ले रहा दलाल गिरफ्तार, थानाधिकारी रामसिंह यादव, हैड कांस्टेबल रोहिताश्व व कांस्टेबल कान्हाराम फरार।
— टोंक के पीपलू थाने का कांस्टेबल कैलाश गिरफ्तार, थानाधिकारी विजेन्द्र गिल फरार।
— रिश्वत लेते बासनी थाने का उपनिरीक्षक गजेन्द्र सिंह गिरफ्तार।
मध्यप्रदेश की ज्यादातर नदियां अवैध रेत खनन से खतरे में हैं। खनन माफिया ने नर्मदा, चंबल, काली सिंध, पार्वती, सोम, केन-बेतवा, तवा और जोहिला नदियों को बर्बादी के स्तर तक पहुंचा दिया है। फरवरी में विधानसभा में पेश एक रिपोर्ट में सरकार ने माना कि पांच साल में खनन से जुड़ी 200 से अधिक शिकायतें दर्ज कराई गई हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर इनमें वाहनों की जब्ती ही हो पाई है। कठोर कार्रवाई अब तक देखने को नहीं मिली। कांग्रेस की नई सरकार ने नई रेत खनन नीति घोषित की है। अब प्रदेश में पंचायतों की जगह राज्य का खनिज निगम रेत खदानों की ऑनलाइन नीलाम करेगा। पंचायतों को ठेके पर मिलने वाले लाभ का हिस्सा मिलेगा।
— बिना जीपीएस लगे वाहनों से रेत की ढुलाई की अनुमति न हो
— सभी खानों की जियो टैगिंग हो, जुर्माने की राशि का अलग हिसाब
— रात के वक्त निगरानी के लिए फ्लड लाइट और बोट का उपयोग हो
— रेत ढुलाई के रास्तों में वाहनों का वजन मापने की व्यवस्था भी हो
— जुर्माने की राशि से नदी को हुए नुकसान की भारपाई हो।