वहीं सरकार का दावा है कि वार्ता अच्छे वातावरण में हुई है, आदेश सोमवार को जारी हो जाएंगे। यह बैठक पंचायतीराज मंत्री राजेंद्र राठौड की अध्यक्षता में हुई। इसमें गुर्जरों की ओर से किरोड़ी सिंह बैंसला,हिम्मत सिंह गुर्जर,शैलेंद्र सिंह समेत गुर्जर समाज के प्रतिनिधि थे।
वहीं सरकार की ओर से मंत्री अरूण चतुर्वेदी,वासुदेव देवनानी व सम्बंधित विभागों के अधिकारी थे। गुर्जरों की सरकार से इस बात की नाराजगी थी कि जो समझौता हुआ था उसके मुताबिक एमबीसी के 1 प्रतिशत आरक्षण का लाभ पूरी तरह से गुर्जरों को नहीं मिला। इसके अलावा दर्ज आपराधिक मामले भी वापस लेने का वायदा पूरा नहीं हुआ।
शिक्षिका की अजब-गजब प्रेम कहानी, जानिए कैसे किसी फिल्मों से भी ज्यादा रोमांचक है ये Love Story शिक्षकों की जो भर्तियां हुई उन सभी को प्रतिबंधित जिलों में तैनात कर दिया। बैठक के बाद किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा कि सरकार ने समझौता पूरा नहीं किया। मंत्रियों ने सोमवार शाम पांच बजे तक का समय मांगा है।
इस दौरान आदेश नहीं निकला तो आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री का विरोध करने के मुद्दे पर कहा कि इसकी रणनीति सोमवार बाद तैयार की जाएगी। घनश्याम तिवाड़ी ने भाजपा से इस्तीफा की घोषणा के बाद हनुमान बेनीवाल को लेकर कही ये बड़ी बात
उल्ललेखनीय है कि अब तक अलग आरक्षण की मांग करने वाले गुर्जर नेताओं ने इस बार या तो आरक्षण देने या ओबीसी का वर्गीकरण करने की मांग की और 23 मई से आंदोलन करने की घोषणा की थी। लेकिन इससे पहले ही सरकार ने गुर्जर नेता कर्नल किरोडी सिंह बैंसला को वार्ता के लिए बुलाया और वार्ता के बाद 19 मई को सरकार का गुर्जर नेताओं से समझौता हुआ था।