दिग्गज नेता हिम्मत सिंह ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार में गुर्जर आंदोलन को लेकर 73 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। हजारों लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर जेल में डाल दिया गया। हमारे और बैंसला के खिलाफ देश द्रोह के मुकदमे दर्ज किए। उसी भाजपा की गोद में जाकर बैंसला बैठ गए हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा पार्टी ने अब उन्हें देश द्रोही से देशभक्ती का सार्टिफिकेट दे दिया है। साथ ही कहा कि बैंसला पुरानी पार्टी में चले गए। इससे गुर्जर समाज में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। गुर्जरों ने आरक्षण को लेकर जो आंदोलन किया था। उसे हम जारी रखेंगे।
बता दें कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राजस्थान की राजनीतिक में सरगर्मियां परवान पर हैं। सियासत के बड़े चहरे भाजपा के साथ रहे घनश्याम तिवाड़ी ने कांग्रेस तो हनुमान बेनीवाल ने भाजपा के साथ एक सीट के लिए गठबंधन करने का कदम उठाया। तिवाड़ी और बेनीवाल के बाद अब गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला बीजेपी में शामिल हो गए। कर्नल बैंसला के साथ उनके बेटे विजय बैंसला ने भी भाजपा का दामन थाम लिया।
बीजेपी मुख्यालय में बैंसला और उनके बेटे की भाजपा में शामिल होने की आधिकारिक घोषणा की गई। दरअसल, कर्नल किरोड़ी सिंंह बैंसला 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर टोंक-सवाईमाधोपुर से चुनाव लड़ चुके हैं और कम अंतर से चुनाव हारे थे।