भारद्वाज ने कहा कि बेखौफ हो चुके अपराधियों ने बयान लेकर लौट रहे हैड कांस्टेबल
( Head constable beaten to death in Rajsamand ) की दिन-दहाड़े हत्या कर दी। इस घटना से पता चलता है कि प्रदेश में अपराधी किस कदर बेखौफ हो चुके है और इससे भी गंभीर बात यह है कि अभी तक भी घटना को अंजाम देने वाले अपराधी पकड़ में नहीं आए है। भारद्वाज ने कहा कि एक तरफ तो पुलिस पर हमले हो रहे है और दूसरी तरफ सरदारशहर में पुलिस कस्टडी में पुलिस की मारपीट से एक बेकसूर आदमी की जान चली जाती है, उसी थाने में मृतक की भाभी (
Dalit woman raped ) के साथ मारपीट कर पुलिसकर्मी बलात्कार का दुस्साहस कर बैठते हैं। इससे पहले भी चूरू जिले में ही पिछले छह माह में दो लोगों की पुलिस कस्टडी में मौत हो चुकी है। थानों में ही पुलिसकर्मी अपराधियों की तरह व्यवहार कर रहे है।
नियंत्रण में नहीं कानून व्यवस्थाभारद्वाज ने कहा कि सरकार का कानून व्यवस्था पर नियंत्रण नहीं रहा, जिसकी वजह से प्रदेश को शर्मसार करने वाली ऐसी घटनाएं हो रही है, जिसको देखने का राजस्थान आदि नहीं है। पुलिसकर्मी बजरी माफियाओं के साथ मिलकर वसूली में लगे है और बेलगाम हो चुके अपराधी अपराध करने में। दुर्भाग्य है कि खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (
Ashok Gehlot ) जिस विभाग के मंत्री है, उसकी ही ये दशा है तो बाकी विभागों का क्या होगा।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई
भारद्वाज ने कहा कि कानून व्यवस्था सरकार की प्राथमिकता में ही शामिल नहीं है। भाजपा सरकार से मांग करती है कि हैड कांस्टेबल के हत्यारों को तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार किया जाए। उन्होंंने कहा कि सरदारशहर में थाने में मौत और मृतक की भाभी को प्रताडि़त करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।