स्वस्थ और खुशनुमा परिवार की आदत होती है कि वे अपने घर के बुजुर्गों का पूरा खयाल रखते हैं। बुजुर्गों के प्रति वे अपना पूरा सम्मान व्यक्त करते हैं और उनसे जुड़ाव बनाए रखते हैं।
हेल्दी और खुशनुमा परिवार वालों की आदतें होती हैं कि जब वे घर पर एक-दूसरे के साथ होते हैं तो मोबाइल-लेपटॉप के चिपके नहीं रहते बल्कि एक-दूसरे से जुड़ाव बनाए रखते हैं।
खुशनुमा परिवार के सदस्यों की आदत होती है कि वे परिवार के हर एक सदस्य की कामयाबी का जश्न मनाते हैं। चाहे किसी का बेहतर रिजल्ट आया हो या फिर किसी को प्रमोशन मिला हो।
अच्छे परिवार की अच्छी आदतों में शुमार है कि वे सब लोग रात का खाना मिलकर खाते हैं। खाने के बहाने साथ मिलते हैं और परिवार से जुड़े मसलों को चर्चा कर समाधान करते हैं।
स्वस्थ परिवार में संस्कारों को तरजीह दी जाती है। छोटे-बड़े का सम्मान, एक-दूसरे का खयाल और मदद का भाव होता है। वे अपने-अपने लोगों के लिए किए अच्छे कामों को साझा भी करते हैं।
स्वस्थ परिवार की आदतों में शामिल है कि वे घर में हंसी-खुशी का माहौल बनाए रखते हैं। छोटी-छोटी बातों में खुशी तलाशते हैं। हंसी की ये आदत उन्हें स्वस्थ बनाए रखती है। खेलते हैं साथ
स्वस्थ और खुशनुमा परिवार की यह खूबी होती है कि वे घर पर साथ मिलकर खेलते भी हैं। यह साथ खेलना उनके जुड़ाव को ही मजबूत नहीं बनाता बल्कि उन्हें स्वस्थ भी रखता है।
स्वस्थ और खुशहाल परिवार की आदतों में यह भी शामिल है कि वे घर में किसी भी सदस्य के कोई परेशानी या तनाव होने पर उसका साथ देते हैं और मिलकर उसकी परेशानी का समाधान करते हैं।
परिवार की अच्छी आदतों में शामिल है कि परिवार के सदस्य पैसों के मामले में खुलकर चर्चा करते हैं। घर से जुड़े फैसले सर्वसम्मति से करते हैं। उनके बीच पैसा विवाद का कारण नहीं बनता।
स्वस्थ और खुशहाल परिवार समाजसेवा के काम में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेता है। वे साथ मिलकर दूसरों के लिए किसी काम को अंजाम देते हैं। इनमें मानव मूल्य को प्राथमिकता दी जाती है।