अनशन के दौरान श्रीराजपूत करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष अजीत सिंह मामडाली ने आरोप लगाया कि सरकार शव पर राजनीति कर रही है। दस दिन बाद भी अंतिम संस्कार नहीं होना सरकार के लिए शर्मनाक है। आंदोलनों के चलते जेल व पुलिस थानों में बंद किए गए लोगों को भी सरकार तत्काल छोड़े।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता व जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि एनकाउंटर सही है तो सरकार को जांच कराने में विलम्ब नहीं करना चाहिए। अनशन में राज्य बुनकर संघ के पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम तंवर, ग्रामीण राजपूत सभा के अध्यक्ष रामसिंह चन्दलाई, रणजीत सिंह, मोहन सिंह हाथोज, भारतीय क्षत्रिय महासभा के भरत सिंह, तंवरावाटी महासभा के भूपेन्द्र सिंह मावन्डा भी शामिल हुए।
विक्की व गट्टू ने कबूला, कराया था फरार नागौर पेशी से अजमेर लौटते समय आनंदपाल को उसके भार्इ विक्की और गट्टू ने फरार कराया था। एसओजी सूत्रों के मुताबिक रिमांड पर चल रहे विक्की और गट्टू ने इसकी पुष्टि की है। आनंदपाल की फरारी के मामले में दोनों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर 5 दिन के रिमांड पर लिया गया था। सोमवार को ही एसओजी दोनों को लेकर जयपुर पहुंची थी। आनंदपाल से मुठभेड़ में भी दोनों भाइयों की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी, जिसमें आनंदपाल का एनकाउंटर हो गया था। दोनों भाइयों को एसओजी ने हरियाणा के सिरसा से पकड़ा था और उनसे पूछताछ में आनंदपाल के ठिकाने का पता चला था। आनंदपाल को भगाने के बाद आरोपित कहां-कहां गए, किस वारदात में उनका हाथ है, इसे लेकर भी एसओजी पूछताछ कर रही है।