प्रदेश अध्यक्ष अशेाक परनामी ने 18 दिन पहले प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद नए अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हो पा रही है। वहीं संगठनात्मक गतिविधियों, विधान सभा चुनाव की तैयारियों के हिसाब से जो रूट चार्ट बनाया गया था अब उस रूट चार्ट के हिसाब से कोई गतिविधि पार्टी मुख्यालय में नहीं हो रही है।
पार्टी पदाधिकारी सुबह प्रदेश कार्यालय पहुंचते हैं, मोर्चा के पदाधिकारी भी प्रतिदिन पार्टी कार्यालय पहुंचते हैं लेकिन वे वहां इधर उधर बैठ कर नए अध्यक्ष को लेकर चर्चा कर लौट जाते हैं। क्योंकि उनको भी यही जवाब मिलता है कि अब जो कुछ होगा नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद भी होगा। क्योंकि मौजूदा कार्यकारिणी में नए अध्यक्ष के हिसाब को ज्यादा नहीं तो आमूलचूल परिवर्तन हेागा। ऐसे में मौजूदा पदाधिकारी भी नए अध्यक्ष की ताजपोशी का इंतजार कर रहे है।
उधर नए अध्यक्ष का ऐलान नहीं होने का असर जिलों में भी आने लगा है। चुनाव नजदीक है लेकिन जिलों में चुनावी तैयारियेां के लिहाज से न कोई बैठक हो रही है और न ही किसी तरह का कोई टॉस्क जिला अध्यक्षों को दिया गया है। वहीं कुछ जिलों के अध्यक्षों की नियुक्ति भी होनी है और नए अध्यक्ष के आने पर ही इनकी नियुक्ति हेागी तब तक जिलों में कोई गतिविधियां नहं हो रही है।