इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में भी लिया गया तथा पचास से अधिक लोगों को नामजद किया गया है। चारदीवारी में तनाव के बाद में कमिश्नर ने शहरी क्षेत्र के 10 थाना क्षेत्रों में इंटरनेट बंद करवा दिया। गलता गेट, ब्रह्मपुरी, सुभाष चौक, रामंगज, माणक चौक, भट्टा बस्ती, शास्त्री नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, कोतवाली और संजय सर्किल थाना क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं रात एक बजे से अगले आदेश तक बंद कर दी गई हैं। शहर का अधिकतर जाप्ता इन इलाकों में तैनात कर दिया गया है।
गलता गेट थाना इलाके में कावड़ यात्रा के दौरान रविवार को हुई कहासुनी ने सोमवार को बड़ा रूप ले लिया। पत्थरबाजी, झगड़ा, आगजनी ने दिल्ली रोड को जाम कर दिया। रात्रि करीब साढ़े नौ बजे समुदाय विशेष के लोग बड़ी संख्या में एकत्र होकर दिल्ली रोड पर आ गए। इस दौरान दिल्ली की ओर जा रही एक निजी बस पर उन्होंने पथराव कर दिया। वहीं रोड पर एकत्र होकर दोनों तरफ का यातायात रोक दिया।
कुछ ही देर में उग्र भीड़ पत्थर, सरिए, डंडे लिए हुए पुलिया नंबर के आगे मंडी खटीकान की ओर आ गई और वहां पर घरों पर पथराव किया। इस दौरान दूसरे समुदाय से भी लोग घरों से बाहर निकले और आमने-सामने हो गए। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और देर रात तक स्थिति को संभालने में लगी रही, लेकिन तनाव बरकरार रहा। उपद्रवियों को खदेडऩे के लिए पुलिस को भारी बल प्रयोग करना पड़ा है और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
गलता गेट थाने की पीसीआर में तैनात सिपाही रामप्रसाद ने बताया कि वह रात्रि ड्यूटी कर रहा था। तभी सैकड़ों की संख्या में उपद्रवी सड़क पर आ गए और जाम लगा दिया। किसी को कुछ समझ आता लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। बड़ी मुश्किलों से उस दौरान बीच में फंसे वाहन चालकों को निकाला गया। पथराव के दौरान खुद भी चोटिल हो गए। नजदीक ही खोले के हनुमानजी का मंदिर और लबलबी की बगीची है। जहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
बवाल के दौरान उन्हें सकुशल निकाल पाना पुलिस के लिए चुनौती था। स्थानीय निवासी छोटूलाल ने बताया कि बगीची में पूजा का कार्यक्रम था और दो दर्जन से ज्यादा लोग मौजूद थे। उनसे फोन पर संपर्क हो रहा है, लेकिन वहां से निकल नहीं पा रहे थे। बड़ी मुश्किलों से वह आए, लेकिन उनकी गाडिय़ों के शीशे टूटे हुए थे। वहीं प्रत्यक्षदर्शी रणजीत ने बताया कि वह परिवार सहित बस में सवार होकर हरिद्वार जा रहे थे। इस दौरान ईदगाह के पास रोड पर खड़ी भीड़ ने बस को रुकवाया और गाली गलौच करने लगे और बस पर पथराव शुरू कर दिया। कुछ लोग जान-पहचान के मिल गए, तो वहां से निकल पाए।