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जयपुर

जयकारों के बीच झूला महोत्सव का समापन

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जयपुरAug 06, 2020 / 10:38 pm

SAVITA VYAS

जयपुर। श्रावण शुक्ल द्वितीया से चल रहा 15 दिवसीय झूला महोत्सव का समापन हुआ। झूलों में विराजित ठाकुरजी को फिर से गर्भगृह में विराजित किया गया। उत्तर भारत की प्रमुख वैष्णव पीठ श्री गलता धाम में पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य के सान्निध्य में परंपरागत रूप से झूला महोत्सव बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। युवराज स्वामी राघवेन्द्र महाराज ने यह जानकारी देते हुए बताया कि श्रावण शुक्ला द्वितीया से भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की द्वितीया तक चलने वाले पन्द्रह दिवसीय झूला महोत्सव का समापन हुआ। अलग-अलग झूलों में विराजमान सीतारामजी, भू देवी एवं लक्ष्मीजी सहित भगवान श्रीनिवास जी तथा भगवान श्री ज्ञानगोपाल जी को हिंडोले में झुलाया गया। ठाकुरजी का विशेष शृंगार किया गया तथा विशेष अर्चना के साथ भगवान को बधाई गान किया गया।
जगदीश महाराज विराजे गर्भगृह में
गोनेर स्थित लक्ष्मीजगदीश मंदिर में चल रहे 15 दिवसीय झूला महोत्सव का समापन हुआ। मंदिर के महंत हनुमानदास ने बताया कि जगमोहन में काष्ठ के हिंडोले में विराजित लक्ष्मी जगदीश महाराज, चारभुजानाथ, बिहारीजी और सालिगरामजी की प्रतिमाओं को गर्भगृह में विराजित कर अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई गई। इसके साथ ही झूला महोत्सव का समापन हुआ। इस बार लॉकडाउन के कारण श्रद्धालु इस बार झूलों के दर्शन नहीं कर पाए और न ही झूलों का वार्षिक मेला लग पाया।
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