इसी रूट पर मेट्रो की बेहद जरूरत थी लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों ने इसके लिए प्लानिंग तो की लेकिन पूरा फोकस नहीं किया। गौरतलब है कि जयपुर मेट्रो के पहले चरण के रूट विस्तार पर केन्द्रीय शहरी कार्य व आवासन मंत्रालय ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।
जयपुर मेट्रो के दूसरे चरण की संशोधित डीपीआर में रूट की लंबाई करीब 23 किलोमीटर और लागत करीब 4600 करोड़ रुपए थी। हालांकि, तब प्लेटफॉर्म की लंबाई कम करके,स्टेशन पर एस्केलेटर नहीं लगाकर, रोलिंग स्टॉक आदि में कटौती करके लागत घटाई गई थी।
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सीतापुरा से कुंभा मार्ग, हल्दीघाटी गेट, बीटू बायपास चौराहा, टोंक रोड पर दुर्गापुरा, महावीर नगर, देव नगर, गांधी नगर रेलवे स्टेशन, टोंक फाटक पुलिया, रामबाग सर्किल, नारायण सिंह सर्किल, सवाई मानसिंह अस्पताल से अशोक मार्ग होते हुए गवर्नमेंट हॉस्टल, चांदपोल, कलेक्ट्रेट सर्किल, पानीपेच होते हुए अंबाबाड़ी तिराहे तक मेट्रो रेल का कोरिडोर प्रस्तावित था।
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– अब अंबाबाड़ी तिराहे से विद्याधर नगर तक की घोषणा की गई है। इसके चलते अब नए सिरे से डीपीआर की जाएगी।
– विषय विशेषज्ञों के अनुसार अंबाबाड़ी तिराहे से सीकर रोड होते हुए विद्याधर नगर तक मेट्रो रूट प्रस्तावित किया जाएगा।
– इस रूट पर बीआरटीएस कोरिडोर भी बना हुआ है, यहां मेट्रो के लिए एलिवेटेड कोरिडोर बनाना आसान होगा।
– विद्याधर नगर तक विस्तार होने से मेट्रो रूट की लंबाई 23 से बढ़कर 30 किलोमीटर तक होना संभावित है।
– इसी तरह दूसरे चरण की लागत भी 46 सौ करोड़ रुपए से बढ़कर करीब 5860 करोड़ रुपए होना संभावित है।
– मेट्रो के पहले चरण के वन-ए पैकेज में चांदपोल से मानसरोवर तक मेट्रो कोरिडोर का निर्माण किया गया।
– इस चरण के वन-बी पैकेज में चांदपोल से बड़ी चौपड़ तक मेट्रो के भूमिगत कोरिडोर का निर्माण हुआ।
– अभी बड़ी चौपड़ से मानसरोवर तक मेट्रो रेल चल रही है।
– पहले चरण के इस रूट के विस्तार को पैकेज वन-सी और पैकेज वन-डी में बांटा गया है।
– पैकेज वन-सी में बड़ी चौपड़ से रामगंज चौपड़ होते हुए ट्रांसपोर्ट नगर तक मेट्रो कोरिडोर का निर्माण होगा। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में शिलान्यास किया जा
चुका है। जबकि, पैकेज वन-डी के शिलान्यास की तैयारी की जा रही है
– वर्ष 2020 में दूसरे चरण की संशोधित डीपीआर बनाई गई थी, लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार ने न तो इस डीपीआर को मंजूर किया गया और न ही दूसरे चरण के लिए प्रशासनिक या वित्तीय स्वीकृति दी गई।