धाभाई ने लिखा है कि अधिवक्ताओं के प्रति हमेशा से ही मेरा सम्माननीय दृष्टिकोरण रहा है। आप लोग हमेशा न्यायिक प्रक्रिया के अनुसार अपना काम करते हैं। आप लोगों के प्रति मेरा कोई असम्मान का भाव नहीं था और ना ही भविष्य में रहेगा। फिर भी अपनी बात कहने से अधिवक्ताओं की भावनाओं को किसी भी प्रकार की ठेस पहुंची है तो मैं उसके लिए विनम्रतापूर्वक खेद प्रकट करती हूं। आपको बता दें कि मानसरोवर में करंट से गौरव की मौत मामले में धाभाई का एक आॅडियो वायरल हुआ था। इस आॅडियो में निगम अधिकारियों पर मामला दर्ज कराने के बात पर धाभाई ने कह दिया कि नेताओं की बातों में मत आओ। कोर्ट केस करोगे तो पैसा तो आपका ही खर्च होगा और वकील भी पैसा खा जाएंगे। धाभाई के इस बयान के बाद बार काउंसिल आॅफ राजस्थान के सदस्य डॉ. महेश शर्मा ने महापौर को विधिक नोटिस भेजकर तत्काल बिना शर्त माफी मांगने की मांग की थी। वहीं द डिस्ट्रिक्ट एडवोकेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने भी माफी नहीं मांगने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी थी।