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जयपुर

ठाकुरजी को धारण कराई लहरिया की पोशाक, लगाया घेवरों का भोग

sinjara mahotsav 2020: छोटी काशी कहे जाने वाली गुलाबी नगरी आज लोकपर्व सिंजारे के रंग में रंगी नजर आई। सुहागिनों ने लहरिया की पहनकर मेहंदी रचाई और सौलह शृंगार किया और घरों में तरह- तरह के पकवान बनाए। वहीं मंदिर भी इस पर्व से अछूते नहीं रहे। शहर के मंदिरों में भी सिंजारा उत्सव मनाया गया। ठाकुरजी को लहरिया धारण करवा कर घेवर व खीर का भोग लगाया गया। इस बार लॉकडाउन के चलते श्रद्धालुओं को ठाकुरजी के दर्शन सोशल मीडिया के माध्यम से ही कराए गए।

जयपुरJul 23, 2020 / 12:27 am

Devendra Singh

सिंजारा उत्सव

सिंजारा उत्सव

जयपुर। छोटी काशी कहे जाने वाली गुलाबी नगरी आज लोकपर्व सिंजारे के रंग में रंगी नजर आई। सुहागिनों ने लहरिया की पहनकर मेहंदी रचाई और सौलह शृंगार किया और घरों में तरह- तरह के पकवान बनाए। वहीं मंदिर भी इस पर्व से अछूते नहीं रहे। शहर के मंदिरों में भी सिंजारा उत्सव मनाया गया। ठाकुरजी को लहरिया धारण करवा कर घेवर व खीर का भोग लगाया गया। इस बार लॉकडाउन के चलते श्रद्धालुओं को ठाकुरजी के दर्शन सोशल मीडिया के माध्यम से ही कराए गए।
गलता तीर्थ में पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य के सान्निध्य में सीताराम जी, रामलला जी और श्रीनिवास भगवान को सुसज्जित झूलों में विराजमान किया गया। सभी विग्रह 15 दिन तक झूले में ही विराजमान रहेंगे। स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि दस दिवसीय गोदा जयंती महोत्सव के तहत विद्वानों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तुलसी और पुष्पों से नित्य सहस्त्रार्चन किया जा रहा है।
गोविंद देव जी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में सिंजारा महोत्सव मनाया गया। ठाकुरजी को लहरिया धारण करवा कर राजभोग की झांकी में घेवर व खीर का भोग अर्पित किया गया।
यहां भी हुए आयोजन
पानों का दरीबा स्थित आचार्य पीठ सरस निकुंज में पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में शाम को झूला झांकी और सिंजारा पूजन किया गया। समाज के पदों का गायन हुआ। रामगंज बाजार स्थित मंदिर श्री लाड़लीजी में महंत संजय गोस्वामी के सान्निध्य मेें सिंजारा महोत्सव मनाया गया। शाम को लाडलीजी ठाकुरजी सहित अष्ट सखियों के झूले में विराजमान किया गया। बड़ी चौपड़ स्थित लक्ष्मीनारायण बाई जी मंदिर में ठाकुर को लहरिया पोशाक धारण करवाई गई। इस मौके पर ठाकुरजी को खीर, घेवर का भोग लगाया गया।
झूला महोत्सव शुरू
गोनेर स्थित लक्ष्मी जगदीश मंदिर में झूला महोत्सव शुरू हुआ। भगवान लक्ष्मी जगदीश चारभुजानाथ और बिहारी जी की प्रतिमाओं की मंगला आरती की गई। पंचामृत अभिषेक करवाने के बाद लहरिया की पोशाक धारण करवा कर गर्भग्रह के बाहर जगमोहन में काष्ठ के झूलों में विराजमान किया गया। इस दौरान ठाकुर जी का शृंगार किया गया। लक्ष्मी जगदीश महाराज भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया तक झूलों में विराजेंगे। लॉकडाउन के कारण इस बार सावन शुक्ला एकादशी को झूलों का मेला नहीं लगेगा।
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