जांच कर रही वैशाली नगर पुलिस ने बताया कि हिमाद्री शर्मा #Cyber-fraud ठगों के निशाने पर रहीं। उनको फोन कर बताया गया कि एक नामी कंपनी का महंगा लैपटाॅप जीतने के लिए उनके पास मौका है। यह मौका इसलिए है कि आपने अमेजन से सामान खरीदा और इस कारण आप हजारों खरीदारों में से लकी ड्रा की हकदार बनीं। ठग ने खुद को अजमेन का एक बड़ा सेल्स अधिकारी बताया। उसके बाद फोन पर बातचीत का दौर शुरु हुआ।
लैपटाॅप फ्री में देना बताया गया और उसके लिए सिर्फ दस हजार रुपए भेजने का शुल्क और जीएसटी के नाम से काटा जाना बताया गया। लेकिन बातों ही बातों में कई ओटीपी और कोड का आदान प्रदान हुआ। जब हिमाद्री ने इस ड्राॅ के बारे में परिजनों को बताना चाहा और फोन रखा तो फोन पर करीब एक लाख पचास हजार रुपए कई बार में निकाले जाने का मैसेज आया। इन मैसेज को देखते ही खुशी चंद ही सैंकेंड में भयंकर गम में बदल गई।
पुलिस ने इस पूरे मामले को आईटी एक्ट की धाराओं के साथ ही ठगी की धाराओं में दर्ज किया है। जिस मोबाइल फोन नंबर से हिमाद्री के पास फोन आया था वह नंबर अब स्वीच आफ है। गौरतलब है कि इस महीने ही ठगों ने जयपुर शहर में ही ठगी की एक दर्जन से भी ज्यादा वारदातें कर डाली हैं इन वारदातों में खातों से लाखों रुपए ठगे जा चुके हैं।