पुलिस ने बताया कि मुकेश नाम के युवक को बीमार होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजनों का आरोप है कि मामूली बीमारी में भी हजारों रुपए ले लिए और उसके बाद मुकेश को संभाला तक नहीं। लापरवाही के चलते देर रात उसकी मौत हो गई। जबकि तीस वर्षीय मुकेश को किसी तरह की कोई भी गंभीर बीमारी तक नहीं थी। उधर अस्पताल प्रशासन इस बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं।
मौके पर पहुंचे एसएचओ कालवाड़ गुरुचरण सैनी ने बताया कि अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही बरतने के आरोप हैें। फिलहाल किसी के खिलाफ किसी तरह का मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। मुकेश का यहीं पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले भी इसी अस्पताल के खिलाफ साल में दो बार मुकदमें दज हो चुके हैं। दोनो मामलों मंे इलाज के दौरान मौत और उसके बाद शव देने में आनकानी करने की शिकायतें की गई थीं।