उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित प्रोटोकॉल की 100 फीसदी पालना के लिए व्यवस्थाओं से संबंधित निर्देश दिए। सेंटर में शहर के शैक्षणिक संस्थान, होटल, धर्मशालाएं शामिल है। इन सभी में अटेच टायलेट 4600 कमरे है। इसके अलावा कम सुविधा वाले सेंटर्स का भी निरीक्षण किया।
इसमें उनहोंने व्यवस्थाओं के लिए नियुक्त प्रभारी अधिकारी आरएएस अशोक कुमार योगी, रामरतन शर्मा, नीरज मीणा, रामखिलाड़ी मीणा, मानसिंह मीणा को इन सेंटर को प्राथमिकता से तैयार करने के निर्देश दिए। ताकि जैसे ही आवश्यकता हो, लोगों को लाया जा सके।
साथ ही सेंटर्स में आने वाले व्यक्तियों की नियमित स्वास्थ्य जांच, भोजन की व्यवस्था भी रहनी चाहिए। साथ ही अधिकारी ध्यान रखे कि क्वारेंटाइन के लिए आने वाले व्यक्ति आपसी संपर्क में नहीं आए। इनके टायलेट की सफाई नियमित हो।