जयपुर के गलता गेट थाने में इमरान नाम के एक युवक के खिलाफ मीणा कॉलोनी में रहने वाली एक युवती ने रेप ( Rape ) का आरोप लगाया है। पुलिस ने इमरान के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि मीणा कॉलोनी में रहने वाली पीडि़ता की पहचान कुछ समय पहले इमरान से हुई थी। इमरान पर उसने भरोसा किया लेकिन इमरान ने भरोसा तोड़ दिया। इमरान ने पीडि़ता के साथ गलत काम किया। फिर अपने साथी की मदद से चुपचाप इसका वीडियो बनाया और इसे वायरल ( viral video ) करने की धमकी देते हुए कई बार रुपए भी लिए और रेप भी किया। लेकिन पानी जब सिर से ऊपर बहने लगा तो पीडि़ता ने अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी और गलता गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
काम के बहाने बुलाकर किया रेप ( Rape in Jaipur )
जयपुर के खोह नागोरियान थाना इलाके में रहने वाली एक पीडि़ता ने हनुमान नाम के एक युवक के खिलाफ बलात्कार ( Rape ) करने और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि हनुमान की मुलाकात सवाई माधोपुर में रहने वाली पीडि़ता से हुई थी। काम के बहाने उसने पीडि़ता को जयपुर बुलाया और अपने साथ रखने लगा। लेकिन जल्द ही हनुमान की नीयत खराब हो गई और उसने रेप किया। पुलिस में जाने पर जान से मारने की धमकी दे डाली। रुपयों की भी मांग करने लगा। इस पर पीडि़ता ने एसएचओ को जानकारी दी। एसएचओ खोह नागोरियान मामले की जांच कर रहे हैं। उधर खोह नागोरियान थाने में ही एक अन्य रेप पीडि़ता ने घनश्याम नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ रेप का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। मामले की जांच एसीपी मालवीय नगर सुरेश चंद्र कर रहे हैं।
वहीं उदयपुर जिले से भी एक विवाहिता ने रेप करने, वीडियो बनाने और एक महीने तक बंधक बनाकर रेप करने का मामला गोगुंदा थाने में दर्ज कराया है। पुलिस ने बताया कि 9 जून को गोगुंदा थाना इलाके में रहने वाली विवाहिता पास ही अस्पताल में इलाज कराने के लिए गई थी। वहां पर प्रकाश नाम का एक युवक विवाहिता को डरा धमकाकर अपने साथ ले गया। पहले तो उसे उदयपुर ले गया और बाद में उसे अपने साथ बेंगलुरू ले गया। वहां पीडि़ता को एक कमरे में बंधक बनाया गया। उसके साथ प्रकाश ने कई बार रेप किया और वीडियो भी बनाया। परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई तो पुलिस ने भी जांच शुरू की। बेंगलुरु से ही पीडि़ता ने मौका पाकर अपने परिजनों को जब घटना की जानकारी दी तो परिजन वहां पहुंचे और उसे आजाद कराया। पुलिस को इसकी सूचना मिली तो पुलिस टीम भी बेंगलुरू पहुंची और आरोपी प्रकाश को दबोच लिया।