इधर, गांव में फिर एक और मौत की सूचना से सन्नाटा पसर गया और परिजनों में कोहराम मच गया। दोपहर में जैसी ही एम्बुलेंस से गुजरान ढाणी में महिला का शव पहुंचा तो परिवारजनों में चीख-पुकार मच गई। इस चीख-पुकार ने लोगों को हादसे की फिर याद ताजा कर दी। यहां ढाणी में 11वीं मौत समेत हादसे में कुल 20 जनों की अकाल मौत हो चुकी है। इनके अलावा हादसे के शिकार 4 जनों को जयपुर एसएमएस अस्पताल में उपचार चल रहा है।
सुबह महिला की मौत की सूचना पर जयपुर पहुंची शाहपुरा पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द किया। दोपहर बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में गांव सहित आसपास के लोगों की भीड़ रही। इसमें हर कोई विद्युत निगम को कोसते हुए नजर आए। इस दौरान एएसआई जगदीश सैन, गिरदावर ओमप्रकाश समेत प्रशासन व पुलिस जाब्ता मुस्तैद रहा।
वहीं पूर्व पंचायत समिति सदस्य रामचद्र मीना, सरपंच भौंरेलाल कुमावत समेत कई जनप्रतिनिधि और रिश्तेदार मृतक के परिजनों को ढाढ़स बंधाते रहे। इधर, मौत की सूचना से खातोलाई गांव में फिर से सन्नाटा पसर गया है। गांव में प्रतिष्ठान भी शाम तक बंद रहे। उल्लेखनीय है कि विराटनगर के ग्राम खातोलाई स्थित ढाणी गुर्जरान में शादी समारोह के दौरान विद्युत ट्रांसफार्मर फटने से हादसा हो गया था। हादसा 31 अक्टूबर को तब हुआ था जब यहां गांव के भैंरुराम की दो बेटियों तारा व मीरा की शादी थी। भैंरुराम के ससुराल पक्ष के लोग भात समारोह के लिए आए थे। तभी ढाणी के पास बनाए स्वागत द्वार के पास लगा थ्री फेज ट्रांसफार्मर अचानक फट गया था। फटने के साथ ही ट्रांसफार्मर से निकले गर्म ऑयल से करीब पांच जनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। जबकि शेष गंभीर रुप से झुलस गए थे।
पहले पत्नी, फिर पोती और अब पुत्रवधु की मौत
यहां ढाणी निवासी मामराज गुर्जर पर फिर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है। उसके एक के बाद एक तीन परिजन हादसे में अकाल मौत के शिकार हो चुके गए। हादसे में पहले पत्नी धूड़ी देवी, फिर पोती रोशन और अब उसकी पुत्रवधु बिमला की मौत हो गई। पत्नी और पोती की मौत के सदमे से वह उभर भी नहीं पाया था कि अल सुबह ही उपचार के दौरान पुत्रवधु के चल बसने की बूरी सूचना मिल गई। इससे वह टूट गया है। गांव के लोग और रिश्तेदार उसे ढांढस बंधाते रहे।
बच्चों को सवारने को चिंताग्रामीणों ने बताया कि हादसे में मृतका और उसकी एक बेटी की मौत हो गई। अब नीतू व लोकेश समेत दो बेटे है। दोनों बेटों पर मां का साया उठ गया है। इससे लोगों को बच्चों के पालन पोषण की चिंता सता रही है। उन्होंने बताया कि हादसे में बुजुर्ग मुंगी देवी व
भंवरी देवी के परिवार में अब तक ११ की मौत हो गई है। उनके बेटे मेवाराम, पांचूराम के घर में तो खाना परोसने के लिए महिला ही नहीं रही है। इसी परिवार की धोली देवी, पांची देवी का अस्पताल में उपचार जारी है।
इनका जयपुर में उपचार जारी
पुलिस ने बताया कि इसी ढाणी निवासी धोली देवी, पांची देवी, नैना और लुहाकना निवासी प्रेमदेवी का एसएमएस अस्पताल में अभी उपचार जारी है। हादसे में 20 की मौत, 15 दिन से अधिक समय बीता, जांच पूरी नहीं
खातोलाई हादसे में मौत होने का क्रम थम नहीं रहा है। हादसे को 15 दिन बीत गए है, लेकिन अभी तक हादसे की जांच पूरी तक नहीं हो पाई है। हालांकि हादसे में शाहपुरा के अधीशाषी अधिकारी, विराटनगर सहायक अभियंता और हेल्पर को निलंबित किए जाने तक ही कार्रवाई हो पाई है।