दौसा के नांगल थाना इलाके में छारडा अस्पताल में लैब टैक्निशियन के रुप में काम करने वाले मेडिकलकर्मी को 11 अप्रेल को दौसा जिला अस्पताल में लगाया गया था जांच और अन्य कामों के लिए। इस दौरान उसकी पत्नी भी वहीं थी और पंद्रह अप्रेल को पत्नी ने बेटे को जन्म दिया। उसके बाद पत्नी को कुछ दिन के बाद रिलीव कर दिया गया और इस बीच लैब टैक्निशियन ने खुद को भी 21 अप्रेल को रीलिव करा लिया और ड्यूटी फिर से छारडा अस्पताल में देने लगा। इस बीच बेटे के पैदा होने का ऐसा जश्न मनाया कि अब हंगामा हो गया। लैब टैक्निशियन ने अपने गांव लाका बेराउंडा, बहन के गांव आभानेरी, छारडा अस्पताल और आसपास के गांव, दौसा जिला अस्पताल और आसपास के क्षेत्र समेत एक अन्य रिश्तेदार के गांव में बताशे और लड्डू बांट दिए। कल दोपहर जब वह आभानेरी रहने वाली अपनी बहन के गांव था तब उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने का खुलासा हुआ तो हंगामा मच गया।
नियमानुसार किया था टेस्ट, रिपोर्ट आने से पहले ही घुमता रहा दरअसल अस्पताल में जांचों के सीधे संपर्क में आने वाले मेडिकल स्टाफ की हर कुछ दिन में टेस्ट किया जाता है ताकि उसके संक्रमण का पता लगाया जा सके। इसी क्रम में लैब टेक्निशिन का भी टेस्ट किया गया था 21 अप्रेल को दौसा जिला अस्पताल छोडने से पहले। टेस्ट के बाद उसे घर में ही रहने की सलाह दी गई थी लेकिन वह टेस्ट के बाद भी घुमता रहा। कल शाम उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे दौसा जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। आज सवेरे दो मेडिकल टीमें उसके गांव और छारडा गांव जहां उसका अस्पताल है, वहां गई है। बताया जा रहा है कि जल्द ही टीमों को आभानेरी भी भेजने की तैयारी की जा रही है।