एसएमएस अस्पताल में बड़ी चोरी, जिन लैपटॉप में कोरोना के डाटा सुरक्षित थे, उन्हें ले गए चोर
उनके होश उड़ गए सूचना सुनकर। जांच पड़ताल की तो पता चला कि वास्तव में सामान गायब हैं बाद में इसकी जानकारी एसएमएस विभाग के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों को दी गई।
जयपुर एसएमएस अस्पताल से बड़ी खबर है। राजस्थान में कोरोनो के बढ़ रहे मरीजों को देखते हुए सरकार नई तैयारी कर रही थी और नई लैब बनाई जा रही थी। लेकिन लैब शुरू होने से पहले चोरी की एक बड़ी वारदात हो गई। लैब का सामान चोरी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। इन सामान में तीन लैपटॉप है, इन लैपटॉप में कोरोना से संबधित महत्वपूर्ण डाटा बताया जा रहा है। लैब के इंजार्च ने इस बारे मंे पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। लैब के आसपास लगे सीसी कैमरों से जांच शुरू की गई है। हांलाकि पुलिस को कुछ खास जानकारी नहीं मिल सकी है।
एसएमएस थाना पुलिस ने दर्ज रिपोर्ट के आधार पर बताया कि माइक्रोबायोलॉजी लैब के अंदर ही बैकलोम लैब के नाम से नई जगह दी गई थी और इसी में नई मशीनरी , जिनमें सीपीआर मशीन, जांच मशीनें और अन्य मशीनों को लगाया जा रहा था। इन मशीनों से तीन लैपटॉप भी जुड़े हुए थे। इन लैपटॉप में कोरोनो से संबधित डाटा और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां थी। लैब को आखिरी बार 25 मार्च यानि शनिवार को खोला गया था और उसक बाद दुबारा 29 मार्च को जब लैब खोली गई तो लैब में रखा सामान अस्त व्यस्त मिला और मशीनरी से जुड़े कुछ उपकरण और लैपटॉप नहीं मिले। स्टाफ ने इस बारे में तुरंत लैब इंजार्च डाक्टर एस के सिंह को सूचना दी।
उनके होश उड़ गए सूचना सुनकर। जांच पड़ताल की तो पता चला कि वास्तव में सामान गायब हैं बाद में इसकी जानकारी एसएमएस विभाग के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों को दी गई। इस पूरे घटनाक्रम अपने स्तर पर जांच पड़ताल करने के बाद जब एसएमएस प्रशासन को सफलता नहीं मिली तो गुरुवार शाम इस बारे में एसएमएस थाना पुलिस को सूचना दी गई और अब केस दर्ज कराया गया है। पूरे अस्पताल प्रबंधन में हडकंप मचा हुआ है।