सबसे कम पार्षद आमेर, झोटवाड़ा और बगरू विस क्षेत्र से चुनकर आएंगे। इन तीनों विस क्षेत्रों में ग्रामीण इलाका भी आता है। 2014 में पुनर्गठन में पुराने वार्डों को एक से तीन वार्डो की आबादी के बीच बांटा गया था। इस बार यह संख्या पांच तक पहुंचेगी।
अब कम आबादी पर होगा पार्षद
राज्य सरकार ने 2011 की जनगणना को आधार मानते हुए वार्डों का पुनर्गठन करने का फैसला लिया। उस लिहाज से जयपुर की नगरीय सीमा में अब तक एक पार्षद 27-40 हजार तक की आबादी का प्रतिनिधित्व करता था। पुनर्गठन के बाद पार्षद 20-25 हजार की आबादी का प्रतिनिधित्व करेगा। हालांकि अधिसूचना में 10 फीसदी की घटत-बढ़त होने की बात भी कही गई है।
पुनर्गठन: 2014-कौनसे थे बड़े व छोटे वार्ड
– सबसे बड़ा वार्ड-आमेर विस का वार्ड-91: यहां 50,030 आबादी है।
– सबसे छोटा वार्ड-विद्याधर नगर विस का वार्ड-05: यहां 27,383 आबादी है।