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जयपुर

टिड्डियों के हमले से हेलीकॉप्टर व ड्रोन से ही बचाव किया जा सकता है

टिड्डियों से फसलों को हुए नुकसान के बाद टिड्डी दल ने किया दौरा

जयपुरFeb 20, 2020 / 05:07 pm

jagdish paraliya

 Locust attacks can only be defended by helicopters and drones.

Locust group visited after damage to crops from locusts

सुनी किसानों की समस्याएं
अनूपगढ़ (श्रीगंगानगर). केंद्र सरकार की ओर से गठित अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय दल ने टिड्डी प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर किसानों की समस्याएं सुनीं। कलक्टर शिवप्रसाद नकाते, एसडीएम पवन कुमार, निदेशक कृषि विस्तार गुगनराम मटोरिया, सहायक निदेशक कृषि विस्तार रामनिवास चौधरी ने गठित दल में शामिल डॉ. सुभाष चंद्र, डॉ. एसडी शर्मा तथा डॉ. विपिन चौधरी को टिड्डी दल के प्रवेश, प्रभावित क्षेत्र, खराबे तथा नियंत्रण करने में आने वाली परेशानियां साझा की। बुधवार को दल ने अनूपगढ़ के टिड्डी प्रभावित क्षेत्र के गांव १७ पी, १४ के, २० एच तथा १७ एच का दौरा किया। अधिकारियों ने दल को बताया कि२१,५०० हेक्टेयर पर बैठे ट्डिडी दल पर नियंत्रण के लिए कीटनाशी का छिड़काव किया गया। उंचे स्थान पर बैठे टिडï्डी दल का खात्मा करने में परेशानी हो रही है। अधिकारियों ने बताया कि कहा कि भविष्य में ऐसी स्थिति में टिड्डियों के खात्मे के लिए ड्रोन या हेलीकॉप्टर की मदद लेनी चाहिए ताकि फसलों को नुकसान से बचाया जा सके।
कलक्टर ने दल को बताया कि नहरी भूमि पर प्रति हेक्टयेर १३५०० तथा बरानी भूमि पर प्रति हेक्टेयर ६८०० रुपए मुआवजा दिया गया। वहीं, कृषि विस्तार कार्यालय के सहायक निदेशक रामनिवास चौधरी ने उन्हें बताया कि अनूपगढ़ क्षेत्र में टिड्डी दल से ३३ चकों के ७४१ किसान प्रभावित हुए हैं। अब तक करीब दो करोड रुपए मुआवजे के रूप में वितरित किए जा चुके हैं।
केंद्रीय दल ने खराबे का आकलन किया, दिलाया मदद का भरोसा
सांचौर(जालोर). अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय दल ने बुधवार को सांचौर व चितलवाना क्षेत्र के टिड्डी प्रभावित गांवों का दौरा कर फसलों के नुकसान का आकलन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने टिड्डी से हुए नुकसान के बारे में अवगत कराया। केंद्रीय दल ने अधिकाधिक राहत दिलाने का भरोसा दिलाया। दल में शामिल पौध संरक्षण निदेशालय के संयुक्त निदेशक डॉ. जेपी सिंह, एफसीआइ के डीजीएम अनिल ढिल्लन व ग्रामीण विकास मंत्रालय के सहायक आयुक्त मोतीराम ने बुधवार को धमाणा, धमाणा का गोलिया, डेडवा, पालड़ी सोलंकियान व सिद्धेश्वर सहित टिड्डी प्रभावित गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। केंद्रीय दल ने ग्रामीणों से व्यक्तिश: रूबरू होकर फसल खराबे का आकलन कर इससे निपटने के लिए अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी ली।
नुकसान को लेकर बताई पीड़ा
जैसलमेर. अंतर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल ने जिले की उप निवेशन तहसील रामगढ़ प्रथम व द्वितीय, जैसलमेर क्षेत्र के गांवों का भ्रमण कर फसल खराबे का जायजा लिया। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव आतिश चन्द्रा के नेतृत्व में आए दल में दयानंद सांवत सहायक आयुक्त(डीएएमडी व एफ), सहायक सलाहकार जलदाय व स्वच्छता संतोष आर, संयुक्त सलाहकार नीति आयोग मानस चौधरी शामिल थे। केन्द्रीय दल रामगढ़ क्षेत्र के किसानों ने बताया कि उनके ईसबगोल व जीरे की फसलों का बहुतायत मात्रा में खराबा हो गया है, चने की फ सल भी खराब हुई है। किसानों ने बताया कि फसल खराबे के अनुदान के रूप में 2 हैक्टेयर के लिए 27 हजार रुपए मिले है, जो प्रति हैक्टेयर के हिसाब से 13 हजार 500 है।
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