सोनाराम ने रिसेप्शन पर ही अपना बायोडाटा देकर घर निकले गए। बाहर आकर मीडिया से बात करते हुए सोनाराम ने कहा कि बाड़मेर-जैसलमेर सीट सबसे मजबूत उम्मीदवार मैं हूं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनाने के लिए एक-एक सीट होगी महत्वपूर्ण। 1998 में 1 वोट के चलते वाजपेयी की सरकार गिर गई थी।
उन्होंने कहा कि कुछ ताकते मुझे सांसद बनने से रोकना चाहती हैं। सही समय आने पर उन सभी ताकतों के नामों का खुलासा करूंगा। सोनाराम ने कहा कि अगर कोई मुझसे मजबूत उम्मीदवार होगा तो मैं नहीं लड़ंगा।
गौरतलब है कि सांसद कर्नल सोनाराम शनिवार को अपने समर्थकों के साथ राजधानी जयपुर पहुंचे। यहां सोनाराम पहले पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से मुलाकात करने उनके आवास गए। वहां उन्होंने राजे से लंबी मंत्रण की।
बाद में सोनाराम अन्य वरिष्ठ नेताओं से मिलने के लिए पार्टी मुख्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रभारी केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी से मुलाकात कर बाड़मेर के लिए दावेदारी जताई और अपना पक्ष रखा। बता दें कि पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने कर्नल सोनाराम को बाड़मेर से चुनाव मैदान में उतारा था। सोनाराम इस चुनाव में हार गए थे।
देर रात प्रत्याशियों को लेकर मंथन
वहीं, दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास पर रविवार देर रात 9 लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों को लेकर मंथन चला। इस बैठक में मुख्य जोर नागौर, चूरू, अलवर, भरतपुर, करौली—धौलपुर सीटों को लेकर रहा। प्रत्याशी चयन का काम अंतिम चरण में है और पैनल तैयार कर अमित शाह को भेजा जाएगा। शाह की ओर से कराए सर्वे के नामों और पैनल में भेजे नामों का मिलान कर प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी।