ओटीएस सभागार में आज से शुरू हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम में रिटर्निंग अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन, सहायक रिटर्निंग अधिकारियों और सूचना-प्रौद्योगिकी अधिकारियों को मतगणना का प्रशिक्षण दिया जाएगा। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार लोकसभा चुनाव के बाद यह जरूरी है कि मतगणना पूरी तरह से सटीक हो और राजनीतिक दल किसी भी तरह के आरोप मतगणना कर्मियों पर नहीं लगा सकें। 23 मई को होने वाली मतगणना व्यवस्था को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए सभी राज्यों में 3-3 दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
निर्वाचन विभाग की ओर से आज से ओटीएस सभागार में यह प्रशिक्षण शुरू हो रहा है। इस प्रशिक्षण में प्रदेश के सभी 25 लोकसभा क्षेत्र के उप जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को मतगणना से संबंधित गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए चार बैच बनाए गए हैं। इस प्रशिक्षण में प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के आईटी अधिकारी को भी जोड़ा गया है।
जानें ईवीएम की सुरक्षा के बारे में..
लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Election 2019 ) की ईवीएम राजस्थान और कॉमर्स कॉलेज में जमा होने के साथ ही पुलिस ने इनकी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। तीन स्तरीय सुरक्षा की कमान एडिशलन डीसीपी पूर्व को सौंपी गई है। इवीएम वाले स्ट्रॉंग रूम के बाहर पैरामिलिट्री फोर्स के 75 कमांडो 24 घंटे तैनात किए गए हैं। इसके बाद राजस्थान पुलिस के जवानों ने दूसरा घेरा बनाया है। जबकि बाहरी परिसर की सुरक्षा हाड़ीरानी बटालियन ( Hadi Rani Batalion ) को सौंपी गई है। यह खास घेरा लगातार ईवीएम की सुरक्षा पर नजर बनाए हुए है।
पुलिस उपअधीक्षक को सौंपी गई कमान इन दोनों जगह एक-एक प्रवेश द्वार पर सादावर्दी में पुलिसकर्मी राजस्थान और कॉमर्स कॉलेेज में प्रवेश करने वाले पासधारी अधिकारी और कर्मचारियों को पूरी तस्दीक के बाद प्रवेश दिया जा रहा है। राजस्थान और कॉमर्स कॉलेज में एक एक पुलिस उपअधीक्षक को सुरक्षा की कमान सौंपी गई है।