जालोर में शहरी, बाड़मेर में ग्रामीण रहे आगे
प्रदेश के सभी 25 लोकसभा क्षेत्रों में जालोर में सर्वाधिक 73.55 फीसदी शहरी मतदान हुआ, वहीं बाड़मेर में सर्वाधिक 76.58 ग्रामीण मतदान हुआ। बांसवाड़ा में ग्रामीण क्षेत्र में 74.58 मतदान रहा।
उत्साह: 2726 मतदान केन्द्रों पर 80 फीसदी से अधिक वोट
प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में कुल 28758 मतदान केन्द्र थे, जिनमें से 2726 मतदान केन्द्रों पर 80 फीसदी से अधिक वोट डाले गए। इनमें से 409 मतदान केन्द्रों पर तो मतदान 90 फीसदी से अधिक पहुंच गया। 13,762 मतदान केन्द्रों पर दूसरे चरण के मतदान के औसत से अधिक मतदान हुआ। इसके विपरीत 1719 मतदान केन्द्रों पर 50 फीसदी से भी कम मतदान हुआ, जिनमें से 6 मतदान केन्द्रों पर तो 20 प्रतिशत मतदाता भी नहीं पहुंचे।
85 साल वाले बुजुर्गों नेे दिखाया 18-19 साल वालों से ज्यादा जोश
प्रदेश में 85 साल पार के बुजुर्गों नेे 18-19 वर्ष के पहली बार के मतदाताओं से अधिक जोश दिखाया। 85 साल से अधिक आयु के 3.83 लाख बुजुर्ग मतदाताओं में से 67 फीसदी बुजुर्गों नेे मतदान किया, जिनमें घर से मतदान करने वाले 55,000 बुजुर्ग भी शामिल हैं। वहीं 18-19 वर्ष के 16.64 लाख पहली बार के मतदाताओं में से करीब 60 फीसदी ने ही मतदान किया।
85 साल …
18-19 वर्ष के इन युवाओं में सर्वाधिक 77.93 फीसदी बांसवाड़ा और सबसे कम 47.44 फीसदी करौली धौलपुर क्षेत्र के मतदाता शामिल हैं। 4 लोकसभा क्षेत्रों में इस आयु के 70 फीसदी से अधिक युवा मतदान केन्द्र पर पहुंचे। बाड़मेर में 2019 के चुनाव के मुकाबले 8.16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, वहां प्रदेश के सबसे युवा विधायक ने लोकसभा चुनाव के लिए ताल ठोक रखी है। बाड़मेर में इस बार 18-19 वर्ष के 74.59 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया।