यहां से पार्टी पहले ओमप्रकाश हुडला की पत्नी प्रेमप्रकाश को टिकट देना चाहती थी, लेकिन बाद में किरोडी लाल मीणा की पत्नी गोलमा देवी ने भी टिकट को लेकर दावेदारी कर दी थी। जबकि, जसकौर मीणा और रामकिशोर मीणा का भी दावेदारों में नाम है। एक नाम पर सहमति नहीं बनने की स्थिति में जावडेकर ने चारों नेताओं से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि चारों को यह समझाने की कोशिश की गई है कि टिकट तो किसी एक को ही मिलना है। ऐसे में बाकी तीन नेता भाजपा के अधिक्रत प्रत्याशी के साथ प्रचार में जुट जाएं और उसे जिताने का काम करें।
दौसा जिले की सीटों को लेकर विधानसभा चुनावों में भी काफी विवाद हुआ था। हुडला और किरोडी मीणा विवाद उस समय भी गहराया था और पार्टी ने किरोडी लाल मीणा की बात को मानते हुए ओमप्रकाश हुडला का टिकट काट दिया था। हालांकि, हुडला निर्दलीय चुनाव लडे और जीत गए। ऐसे में भाजपा में उनकी डिमांड कम होने की जगह और बढ गई। इसको देखते हुए लोकसभा चुनावों में भी उनकी दावेदारी प्रमुख रूप से उभरी है ।