scriptहादसे रोकने के लिए रेलवे का अनूठा कदम, एक ट्रैक पर दूसरी ट्रेन आते ही पायलट को तुरंत मिलेगा अलर्ट | long term abstraction system on railway track | Patrika News
जयपुर

हादसे रोकने के लिए रेलवे का अनूठा कदम, एक ट्रैक पर दूसरी ट्रेन आते ही पायलट को तुरंत मिलेगा अलर्ट

रेल हादसे रोकने के लिए उत्तर-पश्चिम रेलवे अनूठा कदम उठाएगा। रेलवे व्यस्तम और प्रमुख रेलमार्ग पर लॉन्ग टर्म एबूल्यूशन सिस्टम लगाएगा।

जयपुरFeb 23, 2020 / 03:02 pm

Kamlesh Sharma

हादसे रोकने के लिए रेलवे का अनूठा कदम, एक ट्रैक पर दूसरी ट्रेन आते ही पायलट को तुरंत मिलेगा अलर्ट
जयपुर। रेल हादसे रोकने के लिए उत्तर-पश्चिम रेलवे अनूठा कदम उठाएगा। रेलवे व्यस्तम और प्रमुख रेलमार्ग पर लॉन्ग टर्म एबूल्यूशन सिस्टम लगाएगा। एक ट्रैक पर दूसरी ट्रेन के आने पर तुरंत लोको पायलट समेत अन्य स्टाफ को सूचना मिल जाएगी और आपात स्थिति में भी रेल हादसा होने से रोका जा सकेगा। मंडल में 1563 किलोमीटर रेलमार्ग पर इस सिस्टम के लिए 1 फरवरी को आम बजट के साथ जारी हुए रेलबजट में 312.60 करोड़ रुपए राशि स्वीकृत हुई है।
दावा है कि कम घनत्व वाले रेल नेटवर्क में दुर्घटना रोकने के लिए यह सिस्टम अद्भुत सुरक्षा प्रणाली के तौर पर साबित होगा। वर्तमान में उत्तर-पश्चिम रेलवे पर ऐसी कोई प्रणाली उपलब्ध नहीं है। जिससे ड्राइवर ( लोको पायलट) एवं गार्ड और परिचालन से संबंधित स्टाफ के मध्य सीधा संवाद हो सके।
इस तरह करेगा काम
यह तकनीक मोबाइल ट्रेन रेडियो संपर्क आधारित 4-जी प्रणाली है। इसके तहत एक ट्रैक पर दूसरी ट्रेन के आने या सिग्नल में चूक होने की स्थिति में अचानक ट्रेन के ड्राइवर, गार्ड, स्टेशन मास्टर समेत परिचालन से जुड़े अन्य लोगों को सूचना मिल जाएगी। अचानक ब्रेक लगाकर हादसे को रोका जा सकेगा।
इन रेलमार्ग पर लगेगा
उत्तर-पश्चिम रेलवे के बी एवं डी रूट रेवाड़ी से 1563 किलोमीटर क्षेत्र में पालनपुर, जयपुर से सवाईमाधोपुर, जोधपुर से मारवाड़ जंक्शन, बैरछा से उदयपुर, अजमेर से डेट, फुलेरा से जोधपुर, मदार से दौराई, मदार से पुष्कर, मावली से नाथद्वारा को शामिल किया गया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो