19 फरवरी को सामोद के पास मैरिज गार्डन में दोनों भाइयों की शादी हुई थी वहीं 23 फरवरी को दुल्हनें जेवर लेकर भाग गईं। दूल्हों के बड़े भाई पोखरियावास निवासी चौथमल ने मामले में हरमाड़ा थाने में दलाल गजानंद , सुरेश और युवतियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
चौथमल ने बताया कि रिश्ता पहले दिन से ही मंजूर नहीं था, भाइयों की जिद के आगे झुकना ही पड़ा। फिर गांव वालों ने भी दबाव डालना शुरू कर दिया कि भाइयों को नाराज कर कुछ नहीं मिलेगा। दिल पर पत्थर रखकर भाइयों की शादी कर दी।
चौथमल का आरोप है कि दलालों ने छोटे भाई राजेश को झांसे में लिया। राजेश उनकी बातों में आ गया। 13 फरवरी को काका के लड़के रमेश, दामोदर और कैलाश अलवर चले गए। वहां सुरेश सैनी नाम के एक व्यक्ति ने लड़कियां दिखाई।
सुरेश ने ही पास के मकान दिखाया और कहा ये लड़कियां डीग की रहने वाली है, लेकिन यहां रहती है। माता-पिता नहीं हैं। दो भाई ही पालन-पोषण करते हैं। इसके बाद लड़कियों के दोनों भाई को जयपुर लेकर आए। जयपुर में जब चौथमल ने उनसे बात की तब पता चला एक लड़का मुस्लिम है और दूसरा ब्राह्मण। तब उसे शक हुआ और चौथमल ने रिश्ते के लिए मना कर दिया। उनके जाने के बाद चौथमल के भाइयों ने शादी के लिए दबाव डाला। गांव वालों के कहने पर चौथमल मान गया और 19 फरवरी को शादी कर दी।
दूध में नशीला पदार्थ मिलाया, भाग गईं
चौथमल ने 19 फरवरी को रामनारायण और रमेश की शादी दोनों लड़कियों से करा दी। 23 फरवरी की रात दोनों युवतियां रामनारायण व रमेश को दूध में नशीला पदार्थ मिलाकर घर से तीन लाख के जेवर, दस हजार और मोबाइल लेकर भाग गईं। चौथमल का आरोप है कि 23 फरवरी की शाम को गजानंद दोनों युवतियों से मिलने आया था। उन्हें ढूंढने अलवर गए, लेकिन वहां दुल्हनें नहीं मिलीं।