पूनिया ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा, ‘गहलोत जी, ‘’घोड़ा खरीद” या आपके शब्दों में “बकरा मंडी” जो भी है, पर कृपया प्रकाश डालें। भाषण देने वाले कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेता आपकी बाडेबंदी के दौरान मेरे द्वारा उठाये गए सवालों की पुष्टि कर रहे हैं।’
पूनिया ने कहा कि कांग्रेस के आदिवासी नेता के बयान से साबित हो जाता है कि किस तरह कांग्रेस ने हॉर्स ट्रेडिंग को प्रोत्साहित किया है। पूनिया ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के वक्त खुद उन्होंने कांग्रेस पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए थे और मालवीय के बयान से यह बात साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए।
वायरल हो रहा वीडियो कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय का बताया गया है। इसमें वे बीटीपी पार्टी के विधायकों पर गंभीर आरोप लगाते दिख रहे हैं। बयान में वे बीटीपी के दो विधायकों के दो बार 5-5 करोड़ रुपए लेने का ज़िक्र कर रहे हैं। वे कहते दिल्हाई दे रहे हैं कि राज्यसभा चुनाव में भी विधायकों ने रूपए लिए। दोनों ने कुल 10-10 करोड़ रुपए लिए। मुझे तो राजनीति में इतने साल हो गए पर मैंने 10 करोड़ नहीं लिए। इस वीडियो के बाद सियासी बयानबाजियां शुरू हो गई हैं।