31 आईपीएस, 109 आरपीएस और कई एसएचओ चपेट में
पुलिस मुख्यालय की एक शाखा इस प्रदेश भर में संक्रमित हो रहे पुलिसकर्मियों पर नजर रख रही है। पुलिस मुख्यालय के अफसरों के अनुसार अब तक प्रदेश में #IPS 31 आईपीएस अफसर, 109 आरपीएस, #Rps दो सौ पचास के करीब #SHO एसएचओ समेत 3473 पुलिसकर्मी पॉजिटिव आ चुके हैं। इनमें से करीब बीस आईपीएस अफसर और अस्सी आरपीएस अफसर समेत करीब पौने दो सौ एसएचओ फिर से काम पर भी लौट चुके हैं। कई अफसर और पुलिसकर्मी होम क्वरेंटीन हैं। पुलिस अफसरों के अनुसार पुलिस डीजी एसीबी बीएल सोनी, सीनियर आईपीएस भूपेन्द्र दक, अजय पाल लांबा, करौली एसपी, जयपुर जेल अधीक्षक राकेश मोहन शर्मा समेत कई अफसर चपेट में आ चुके हैं। #Jaipur-police जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में अब तक 530 पुलिसकर्मी पॉजिटिव आ चुके हैं। इनमें थानों और लाइन का स्टाफ भी शामिल हैं।
अब तक बीस की हो चुकी मौत, जयपुर में सबसे ज्यादा
कोरोना से अब तक ड्यूटी के दौरान कई #Police-covid-death पुलिसकर्मियों की भी मौत हो चुकी है। हांलाकि यह संख्या दिल्ली और महाराष्ट्र राज्यों से कम है लेकिन बड़ी बात यह है कि यह संख्या अब धीरे—धीरे बढ़ती जा रही है। कोरोना से अब तक 19 पुलिसकर्मी दम तोड़ चुके हैं। इनमें एसएचओ स्तर के पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। साथ ही एक होमगार्ड जवान की भी मौत हो चुकी है। कोरोना की चपेट मे अब तक 226 होमगार्ड जवान आ चुुके हैं। ये जयपुर समेत अन्य जिलों में #Covid-duty ड्यूटी प्वाइंट्स पर तैनात हैं।
नौ माह से लगातार जारी है जंग, लाखों चालान कर चुकी पुलिस
कोरोना और पुलिस की जंग नौ माह से जारी है। जनता अगर पुलिस का सहयोग करे तो पुलिस और जनता दोनो में ही संक्रमण की दर कम हो। पुलिस अफसरों ने बताया कि नौ माह के दौरान साढ़े नौ लाख से ज्यादा लोगों के चालान काटे जा चुके हैं। ये वे लोग हैं जो नियम तोड़ रहे हैं। ऐसे ही हजारों लोग रोज नियम तोड़ रहे हैं। जिससे पुलिस को सख्ती करनी पड रही है। इस कारण पुलिसकर्मी भी लगातार संक्रमित हो रहे हैं। साढ़े नौ लाख से ज्यादा चालान काटने के साथ ही पुलिस बाईस करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि जुर्माने के तौर पर वसूल चुकी है। उसके बाद भी लोग नियमों की पूरी पालना नहीं कर रहे हैं और लगातार हर दिन कोरोना रिकॉर्ड तोड़ रहा है।
संक्रमित पुलिसकर्मियों की समुचित व्यवस्था के लिए उनके सीनियर्स को लिखा गया है कि वे पूरी व्यवस्था करें। फिर चाहे अस्पताल ले जाना हो या फिर होम क्वारेंटीन करना हो, सभी कार्य सही तरीके से निष्पादित करें और इसकी रिपोर्ट तैयार करें। ताकि किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सके। पुलिस जनता के लिए सतर्क है लेकिन पुलिस के लिए पुलिस मुख्यालय और सीनियर अफसर जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जनता साथ दे तो पुलिस और जनता दोनों में संक्रमण को काफी हद तक रोका जा सकता है।
राजस्थान पुलिस