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जयपुर

केन्द्रीय मंत्री का विवादित बयान- जिनको इस देश में रहने में कष्ट होता है, वे जा सकते हैं

केंद्रीय पशुपालन लघु और मध्यम उद्योग राज्य मंत्री (Union Minister of State) प्रतापचन्द्र सारंगी (Pratap Chandra Sarangi) ने विवादित बयान (Disputed statement) दिया है। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम (Vande Matram) का अर्थ है भारतमाता की जय (Long live Mother India)। जो यह नहीं बोलता उन्हें दूसरा स्थान खोज लेना चाहिए।

जयपुरOct 01, 2019 / 01:12 am

vinod

केन्द्रीय मंत्री का विवादित बयान- जिनको इस देश में रहने में कष्ट होता है, वे जा सकते हैं

केन्द्रीय मंत्री का विवादित बयान- जिनको इस देश में रहने में कष्ट होता है, वे जा सकते हैं

कहा- वंदे मातरम का अर्थ है भारतमाता की जय। जो यह नहीं बोलता उन्हें दूसरा स्थान खोज लेना चाहिए

आबूरोड (सिरोही)। केंद्रीय पशुपालन लघु और मध्यम उद्योग राज्य मंत्री (Union Minister of State) प्रतापचन्द्र सारंगी (Pratap Chandra Sarangi) ने विवादित बयान (Disputed statement) दिया है। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम (Vande Matram) का अर्थ है भारतमाता की जय (Long live Mother India)। जो यह नहीं बोलता उन्हें दूसरा स्थान खोज लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ बुद्धिजीवी अफजल गुरु व पाकिस्तान जिंदाबाद (Afzal Guru and Pakistan Zindabad) के नारे लगाते हैं। उन्हें इस देश में रहने में कष्ट हो रहा है तो वे देश छोड़कर (Leaving the country) जा सकते हैं।
ब्रह्माकुमारी संस्थान (Brahmakumari institute) में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आए मंत्री सारंगी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारत का विभाजन कोई राजनीतिक, भौगोलिक, ऐतिहासिक या आर्थिक आधार पर नहीं हुआ है। सिर्फ साम्प्रदायिक आधार पर हुआ। यह ऐतिहासिक भूल है। केवल रक्तपात रोकने के लिए विभाजन किया गया। उस समय गृह युद्ध रोकने का प्रयास करते तो अच्छा होता।
सुरक्षा व एकता के लिए शक्ति प्रयोग गलत नहीं
उन्होंने कहा कि कुछ मानवाधिकारवादियों को कभी आमजन के दुखों से विचलित होते नहीं देखा। जब पुलिस व सेना की गोली से आतंककारी मारा जाता है, तो हंगामा कर देते हैं, लेकिन लाखों कश्मीरी पंडितों के साथ जो अमानवीय व्यवहार कर घर निकाला गया व रोजाना देश की सुरक्षा में शहीद होते हैं, उनके लिए कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। सामान्य शक्ति प्रयोग देश की सुरक्षा व एकता के लिए जरूरी हो तो करना गलत नहीं है।
मंगल पर जीवन के बजाय जीवन में मंगल पर अनुसंधान करें वैज्ञानिक
मंत्री प्रतापचंद्र सारंगी ने कहा कि वैज्ञानिकों को मंगल पर जीवन का अनुसंधान करने की बजाय मानव जीवन में मंगल पर अनुसंधान करना चाहिए। दुनिया में आज सबसे ज्यादा सद्भावना, शांति और प्रेम की जरूरत है, जो अध्यात्म से ही आएगी। ये बात उन्होंने ब्रह्माकुमारीज संस्थान के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन परिसर में चल रहे वैश्विक शिखर सम्मेलन में कही। सारंगी ने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने की बात कही।
मजदूर किसान शक्ति संगठन की संस्थापक अरुणा रॉय ने कहा कि हम अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक नहीं होंगे तो व्यवस्था बिगड़ती है। उन्होंने कहा कि सही व्यवस्था के लिए सत्ता में पारदर्शिता जरूरी है।
सर्च संगठन की संस्थापक डॉ. रानी बंग ने शहरों में बढ़ती हिंसा व अपराधों पर चिंता जताते हुए कहा कि आदिवासी गांवों में हिंसा नहीं होती, बलात्कार नहीं होते जबकि पढ़े-लिखे समाज में ये बढ़ रहे हैं।
मध्यप्रदेश सरकार के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सुखदेव फांसे, कटक के अतिरिक्तपुलिस महानिदेशक महेंद्र प्रताप, उत्तरप्रदेश के भोजपुर विधायक नागेंद्र सिंह राठौर, रूस के अल्बर्ट असादुलीन, श्रीरामलिंगा मिल प्रबंध निदेशक कोठाई दिनाकरन आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
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