किसानों के विरोध से डर गई मोदी सरकार: खाचरियावास
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि देश का किसान केंद्र सरकार के किसान विरोधी 3 सरकारी बिलों को रद्द करने और धान का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांगों को लेकर दिल्ली जाना चाहता है लेकिन लाठी डंडे के जोर पर किसानों पर जुल्म किया जा रहा है।
जयपुर•Nov 27, 2020 / 07:35 pm•
rahul
जयपुर। परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि देश का किसान केंद्र सरकार के किसान विरोधी 3 सरकारी बिलों को रद्द करने और धान का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांगों को लेकर दिल्ली जाना चाहता है लेकिन लाठी डंडे के जोर पर किसानों पर जुल्म किया जा रहा है। खाईयाँ खोद कर किसानों के रास्ते रोक दिए गए हैं। पहली बार ऐसा हुआ है जब केंद्र सरकार अन्नदाता किसान को राजधानी दिल्ली में घुसने से रोक रही है। खाचरियावास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के किसी भी मंत्री, प्रतिनिधि के पास किसानों से बात करने के लिए समय तक नहीं है। केंद्र सरकार यह बताएं कि किसान आज सर्दी में तड़प रहा है सड़क पर भूखा प्यासा बैठा है उस पर डंडा लाठी चला रहे हैं और उसे कहते हैं 3 दिसंबर को बात करेंगे। अन्नदाता किसान साथियों से बात करनी है तो सरकार आज तुरंत बात करके किसानों की समस्याओं का समाधान क्यों नहीं कर देती?
खाचरियावास ने कहा कि मोदी सरकार घमंड और तानाशाही में चूर है। किसान आंदोलन के और किसानों के समर्थन की मांगों के समर्थन में पूरी कांग्रेस पार्टी साथ खड़ी है। राजस्थान में तो हम किसानों के समर्थन में तो बिल लेकर आए हैं। किसान के ऊपर केंद्र सरकार जो जुल्म कर रही है उसे देश कभी माफ नहीं करेगा। खाचरियावास ने कहा कि किसान के मुद्दों को और किसान की आवाज को दबाने के लिए अपनी असफलताओं महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी और किसान के विरोध से ध्यान हटाने के लिए भारतीय जनता पार्टी बिना अर्थ के शब्द लव जिहाद को ला रही है लेकिन देश की जनता भाजपा के झूठ फरेब और धोखे को समझती है। जनता जानती है किसान के मुद्दे पर चर्चा नहीं हो किसान का आंदोलन मीडिया में दब जाए इसलिए धर्म की झूठी बातें फैला कर किसान के मुद्दे को कमजोर करने की राजनीति भाजपा के नेता कर रहे हैं। यह भाजपा के सब नेता झूठे, धोखेबाज, और किसान विरोधी हैं इन्हें देश कभी भी माफ नहीं करेगा और भगवान भी माफ नहीं करेगा।
Home / Jaipur / किसानों के विरोध से डर गई मोदी सरकार: खाचरियावास