जेडीए किसानों की समझाईश में जुटा
जयपुर विकास प्राधिकरण ने किसानों से समझाईश करने की कवायद शुरू कर दी है। जेडीए के जोन-12 के उपायुक्त मनीष फौजदार ने आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत की। जेडीए अधिकारियों ने आवासीय योजना से होने वाले फायदों और किसानों से ली जाने वाली भूमि के बदले आसपास भूमि दिलाने का विश्वास दिलाया। जेडीए अधिकारियों ने मौके पर उपस्थित धरना देने वाले किसानों को बताया गया कि 2017 में उच्च न्यायालय जयपुर भी अवाप्ति की प्रक्रिया को सही बताया था जिसके विरुद्ध काश्तकारों ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की गई थी। जिसको 4 सितम्बर 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज करते हुए जयपुर विकास प्राधिकरण की अवाप्ति की प्रक्रिया को सही बताया था। जेडीए अधिकारियों ने बताया कि किसानों से आन्दोलन को तत्काल बन्द करते हुए जेडीए में टेबल पर आकर बात करने का आग्रह किया गया है, जिससे किसानों की शंकाओं का समाधान किया जा सके।
जेडीए प्रशासन किसानों से बात करने को तैयार है। किसान चाहे तो जेडीसी या किसी भी जनप्रतिनिधि से बात कर सकते हैं। जेडीए इस मामले का हल निकालना चाहता है।
मनीष फौजदार, उपायुक्त, जेडीए