इस दौरान उनके साथ सांसद जसकौर मीना, राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश सहित मंत्रालय के कई आला अधिकारी भी मौजूद रहे। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों की बैठक लेकर कार्य योजना के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा भी की।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रेस्ट एरिया व सड़क निर्माण का जायजा लेने के दौरान तकनीकी टीम द्वारा सड़क की मजबूती व गुणवत्ता की जांच के सम्बन्ध में भी चर्चा की। वहीं रेस्ट एरिया में लगाई गई एक मॉडल प्रदर्शनी का भी उन्होंने अवलोकन किया।
तय कार्यक्रम के अनुसार गडकरी मीडिया से रूबरू भी हुए और परियोजना सहित आगामी कार्य योजनाओं के सन्दर्भ में विस्तार से जानकारी दी।
दिल्ली-मुंबई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे- ख़ास बातें
– भारत माला परियोजना के तहत सबसे महत्वपूर्ण परियोजना
– 2018 में शुरू हुआ प्रोजेक्ट, 9 मार्च 2019 को रखी गई आधारशिला, जनवरी 2023 तक निर्माण का लक्ष्य
– लगभग 1350 किलोमीटर है इस हाईवे की लंबाई
– 90 हजार करोड़ रु अनुमानित है निर्माण लागत
– 5 राज्यों- दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा
– अभी 8 लेन बनाए जा रहे हैं, 4 लेन और बढ़ाए जाएंगे
– अतिरिक्त चारों लेन भविष्य को देखते हुए सिर्फ इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए होंगे
– यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे होगा जिसपर डेडीकेटेड इलेक्ट्रिक व्हीकल फॉर लेन होगी
– इस एक्सप्रेस-वे से सिर्फ समय ही नहीं बचेगा, बल्कि प्रदूषण भी कम होगा
– दावा- मुंबई-दिल्ली तक का सफर 25 घंटे से घटकर 13 घंटे का हो जाएगा, घटेगी 150 किलोमीटर की दूरी
– एक्सप्रेस वे के किनारे टाउनशिप और स्मार्ट सिटी बनाने का भी है प्रस्ताव, सर्वे है जारी