तथाकथित बाबा हों या सेलेब्रिटी या फिर कोई बड़ा राजनेता, किसी अपराध में इनकी संलिप्तता पाए जाने के बाद इन पर कानूनी शिकंजा कसना आसान नहीं होता। इनकी गिरफ्तारी के बाद ही पुलिस और सरकार की मुसीबतें समाप्त नहीं हो जाती हैं। राजस्थान में कुछ ऐसे हाईप्रोफाइल मामले चल रहे हैं, जिन पर सरकारी खजाने से करोड़ों रुपए हर साल खर्च हो रहा है। इस तरह के मामलों में आरोपियों की पेशी पर जहां पुलिस को मशक्कत करनी होती है, वहीं सरकार को लाखों की चपत लगता है।
आसाराम बापू, सलमान खान व भंवरी देवी अपहरण व हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ चल रहे मामलों में उनकी अदालतों में पेशी के दौरान पुलिस व्यवस्था में एक साल में ही डेढ़ करोड़ से ज्यादा राशि खर्च हो रही है। वर्ष 2016 में पेशी पर ले जाने के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में सबसे ज्यादा राशि आसाराम बापू के प्रकरण में 84,91330 रुपए व्यय हुई। इसके अलावा भंवरी देवी अपहरण व हत्याकांड में आरोपियों की पेशी और अन्य सुरक्षा कारणों में एक साल में 62,62852 रुपए और फिल्म स्टार सलमान खान को पेशी में लाने में सरकारी खजाने से एक साल में 2,99880 रुपए खर्च हुए। इन तीनों वीआईपी मामलों में सरकार के 1,50,54062 रुपए खर्च हुए।
आसाराम बापू पर सिर्फ पेशी पर खर्च – 84,91330 रुपए
भंवरी देवी अपहरण व हत्याकांड में पेशी पर खर्च- 62,62852 रुपए
सलमान खान को पेशी पर लाने में खर्च – 299880 रुपए
तीनों वीआईपी मामलों में कुल खर्चा – 15054062 रुपए