गौरतलब है कि प्रिया सेठ और दीक्षान्त कामरा लिव इन रिलेशनशिप में बजाज नगर में रहते थे। दीक्षान्त पर 20-25 लाख रुपए का कर्ज था। जिसे चुकाने के लिए पैसे वालों को फंसाने की साजिश रची। 3 मई, 2018 को बजाज नगर स्थित फ्लेट पर दुष्यंत बंधक बनाने के बाद तलाशी लेने पर असली नाम उजागर हो गया। उसके पिता से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। पैसे नहीं आने पर मित्र लक्ष्य वालिया निवासी मालवीय नगर के साथ मिलकर तीनों ने हत्या कर दी एवं शव आमेर की पहाडिय़ों में फेंक कर मुम्बई जाने के लिए सामान पैक कर लिया था।
इस तरह पकड़ी गई प्रिया सेठ दुष्यंत के परिजनों ने झोटवाडा पुलिस से अपहरण और फिरौती मांगे जाने का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने कॉल डिटेल की सहायता से आरोपियों को शहर छोड़कर भागने से पहले धर दबोचा। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात कुबूल की है।
ऑनलाइन चैटिंग के जरिए भी फंसाती थी
प्रिया सेठ ऑनलाइन चैटिंग के जरिए ग्राहक फंसाती थी। एस्कॉर्ट सर्विस के जरिए प्रिया ने सैकड़ों लोगों से ठगी की थी। वारदात से पहले भी वह कई बार पुलिस और एसओजी के हत्थे चढ़ चुकी थी। प्रिया ने अपने दो दोस्तों के साथ एटीएम मशीन भी लूटने की कोशिश की थी। वहीं इसके जाल में नामी डॉक्टर, बिल्डर और बड़े व्यवसायी भी फंसे गए थे।