अजमेर। अजमेर दरगाह क्षेत्र ( Ajmer Dargah Area ) में लाकडाऊन के चलते ( Due to Lockdown ) 22 मार्च से फंसी एक मुस्लिम बुजुर्ग महिला ( Old Muslim Woman ) का गुरुवार को इंतकाल ( Died ) हो गया। ( Jaipur News ) पुष्ट जानकारी के मुताबिक झारखंड निवासी 70 वर्षीय राजबानो बीवी का हृदयाघात हो जाने से निधन हो गया । हृदयघात की पुष्टि दरगाह के नजदीकी सरकारी डिस्पेंसरी के चिकित्सक ने की तथा इसे प्राकृतिक मृत्यु करार दिया । परिजनों ने इसे सहजता से लेते मृतका को अजमेर में ही दफनाने का फैसला लिया। दरगाह कमेटी की एंबुलेंस की मदद से शव को फायसागर मार्ग पुलिस चौकी के पास गोरे गरीबा कब्रिस्तान लाया गया।
-पुलिस ने रोकी दफनाने की प्रक्रिया…होगी कोरोना जांच दफनाने की प्रक्रिया से पहले ही दरगाह थाना पुलिस ने दखल देकर रुख मोड़ दिया । पुलिस के अनुसार मृतका का अब पहले मेडिकल मुआयना कराकर यह पता लगाया जाएगा कि कहीं वह कोरोना ग्रसित तो नहीं थी। थानधिकारी हेमराज के अनुसार दफनाने से पहले शव की जांच कराई जायेगी । फिलहॉल , महिला के शव को जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय भिजवाया गया है।
-41 मलंगों को पकड़ा…किया आइसोलेट उधर अजमेर में गुरुवार को एक नए कोरोना संक्रमित के सामने आने के बाद हरकत में आई पुलिस ने 41 मलंगों को तारागढ़ की पहाडिय़ों से धरदबोचा। पुष्ट जानकारी के मुताबिक यह सभी मलंग ख्वाजा गरीब नवाज के 808वें सालाना उर्स से क्षेत्र में ही डेरा डाले है । दरगाह थाना पुलिस ने मय जाप्ता एक अभियान चलाकर सभी को तारागढ़ पहाड़ों के घनी एकांत क्षेत्र हैपीवैली से पकड़ लिया। इनमें एक बांग्लादेशी भी शामिल है, जिसका हाल ही में वीजा समाप्त हुआ है। सभी की स्क्रीङ्क्षनग की जा रही है। पुलिस सभी का मेडिकल मुआयना कराके उन्हें एक सरकारी स्कूल में क्वारेंटाइन किया गया है। उल्लेखनीय है कि अजमेर में लॉकडाऊन के बावजूद अनेकों खानाबदोश जिंदगी जीने वाले सड़कों पर चोरीछिपे निकल रहे हैं। दरगाह क्षेत्र के अलावा सुभाष उद्यान मार्ग, ऋषि घाटी संपर्क सड़क तथा चिल्ले वाले बाबा चमार घाटी पुष्कर रोड़ पर इन्हें देखा जा सकता है।