दरअसल, जयपुर एयरपोर्ट पर इन दिनों 300 से 400 विदेश यात्री आ रहे हैं। इनमें हाइरिस्क वाले देशों से आने वाले पूरे यात्रियों की तो कोरोना जांच होती है, लेकिन अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के महज दो प्रतिशत ही सैंपल लिए जाते है। जिनके सैंपल नहीं लिए जाते है, उन्हें भी होम क्वॉरंटीन रहना होता है। आठ दिन बाद उनकी सैंपलिंग होती हैं लेकिन ज्यादातर लोग इसको लेकर लापरवाही बरत रहे हैं।
चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अमूमन विदेश से आने वाले लोगों के विदेशों में कॉन्टेक्ट नंबर होते हैं, जो कि बंद हो जाते हैं।
जब टीम सैंपलिंग के लिए जाती है तो, वे नदारद मिलते हैं। सामने आया कि, कई शादियों में शामिल हो रहे है और कई गांव चलते जाते हैं। इस स्थिति में कोरोना को लेकर खतरा बढ़ रहा है। सीमएचओ जयपुर (प्रथम) डॉ. नरोत्तम शर्मा ने बताया कि विदेशों से आने वाले कई लोग संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें ओमिक्रॉन की भी पुष्टि हो चुकी है। उन्हें खुद भी सजग रहने की जरूरत है। लापरवाही उनकी और उनके परिजन व संपर्क में आने वाले दूसरे लोगों के लिए परेशानी बन सकती है।
प्रदेश में कोविड-19 के मंगलवार को 24 नए मामले सामने आए हैं। नए मामलों में 4-4 जयपुर व उदयपुर, 3-3 बारां व बीकानेर, 2-2 अजमेर व अलवर तथा 1-1 चूरू, हनुमानगढ़, जालोर, झुंझुनूं, जोधपुर व राजसमंद जिले का है। 24 घंटे के दौरान 35460 नई जांचों पर संक्रमण दर 0.067 और 13 नए रिकवर के साथ रिकवरी दर 99.033 प्रतिशत है। कुल संक्रमित 9,55,127, कुल मृतक 8958 और एक्टिव केस अब 270 हैं।