कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान में राज्य की गहलोत सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों के कसीदे गढ़े जा रहे हैं। पार्टी के नेता जनसभाओं में पार्टी प्रत्याशी को जिताकर राज्य की सरकार के साथ कड़ी से कड़ी जोड़ने की दुहाई दे रहे हैं। यही नहीं केंद्र सरकार और राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की योजनाओं और कामकाज को जनविरोधी बताते हुए पार्टी पक्ष में माहौल बना रहे हैं।
‘मोदी’ के नाम पर वोट मांग रही भाजपा!
चुनाव भले ही ग्रामीण क्षेत्रों की सरकार चुनने के हो रहे हों, लेकिन भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान में केंद्र की मोदी सरकार की योजनायें तक गिनाई जा रही हैं। भाजपा के नेता हर बार की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर पार्टी प्रत्याशी के लिए वोट अपील कर रहे हैं। कई वरिष्ठ नेता भी अपनी जनसभाओं में मोदी के नाम और केंद्र की योजनाओं का ज़िक्र करते हुए वोट मांग रहे हैं। साथ ही राज्य सरकार की नाकामियों को भी जनता के सामने रखा जा रहा है।
कांग्रेस-भाजपा को टक्कर देने के लिए रालोपा-बसपा और बीटीपी ने भी अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हुए हैं। इन सभी दलों के प्रत्याशी कई क्षेत्रों में कांग्रेस-भाजपा को ज़बरदस्त टक्कर दे रहे हैं। यही वजह है कि कई जगहों पर मुकाबला त्रिकोणीय होकर दिलचस्प बन गया है। इन दलों के नेताओं ने भी अपने प्रचार अभियान में कोई कमी नहीं छोड़ी हुई है।