फिल्म में भरतपुर के पूर्व महाराजा सूरजमल पर गलत चित्रण करने को लेकर सोमवार को जयपुर, भरतपुर, कोटा और श्रीगंगानगर में विरोध प्रदर्शन किए गए। इस दौरान जयपुर में वैशाली नगर क्षेत्र में स्थित आइनॉक्स सिनेमा हॉल में कुछ प्रदर्शनकारियों ने तोडफ़ोड़ की और फिल्म के पोस्टर फाड़ डाले। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाला।
इसके बाद जयपुर के कुछ सिनेमाघरों एवं कोटा के सभी सिनेमा घरों में फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया गया। वहीं पुलिस एवं प्रशासन ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई।
कोटा के गोल्ड सिनेमा सूत्रों के अनुसार कोटा में सभी सिनेमाघरों में पानीपत के शो रोक दिये गये है। ऑनलाइन बुकिंग भी स्थगित कर दी गई है। विरोध के चलते अजमेर जिले के किशनगढ़ के सिनेमाघरों ने भी फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया गया है।
इधर, इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि फिल्म सेंसर बोर्ड को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। डिस्ट्रीब्यूटर्स को जाट समाज के लोगों से शीघ्र बात की जानी चाहिए। सीएम गहलोत ने कहा कि एक फिल्म के निर्माण से पहले फिल्म के एक विशेष चरित्र का सही तरीके से चित्रण करने के लिए अध्ययन किया जाना चाहिए, जिससे कि बाद में कोई विवाद नहीं हो।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के संयोजक एवं सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी फिल्म में विवादित दृश्य दिखाये जाने की निंदा की और इसका विरोध किया है।
फिल्म पानीपत में पूर्व महाराजा सूरजमल के चित्रण को गलत तरीके से दिखाये जाने को लेकर जाट समाज सहित कई लोगों में रोष है। सूरजमल के वंशज एवं राज्य के पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने इस पर रोक लगाने की मांग की है। मंगलवार को सर्व ब्राह्मण महासभा भी इसके विरोध में उतर आई।