यातायात पुलिस ने सौंपी थी रिपोर्ट ( Jaipur Traffic Police )
ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठक में यातायात पुलिस ने 77 ऐसी इमारतों की सूची भेजी थी, जिनकी वजह से जाम लग रहा है। इनमें जेडीए के सीमा क्षेत्र में 34 इमारतें थीं। इनमें से चार इमारतें ऐसी मिलीं, जहां पार्किंग शुल्क लगने की वजह से गाडिय़ों को बाहर खड़ा किया जा रहा था। 11 इमारतें ऐसी हैं, जहां पर पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। कुछ इमारतों में पार्किंगों में दुकानें बनाकर बेच दी गई हैं।
इन इलाकों में बुरा हाल
शहर के मालवीय नगर, वैशाली नगर, लालकोठी, बापूनगर, जगतपुरा, गोपालपुरा बायपास, सी-स्कीम, विद्याधर नगर, झोटवाड़ा, टोंक रोड में कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स हैं। ऐसे में शाम को मुख्य सडक़ों पर वाहन खड़े रहते हैं। इस वजह से यातायात प्रभावित होता है और जाम की स्थिति बन जाती है।
6 दिन से कार्रवाई बंद
इधर, पिछले गुरुवार से जेडीए ( JDA ) की प्रवर्तन शाखा की ओर से रामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र में अतिक्रमण हटाए जाने की कार्रवाई बंद है। जोन-13 के उपायुक्त बीरबल सिंह ने बताया कि जाप्ता न मिलने की वजह से कार्रवाई नहीं हो पा रही है। वहीं प्रवर्तन शाखा के अधिकारियों का कहना है कि अभी जाप्ता अन्य कामों में लगा है। एक-दो दिन में कार्रवाई फिर से शुरू की जाएगी।
पार्किंग में बना लीं दुकानें
सर्वे में यह सामने आया है कि अधिकतर कॉम्प्लेक्स में पार्र्किंग की जगह का उपयोग दुकानों के लिए किया जा रहा है। कुछेक कॉम्प्लेक्स में बड़े-बड़े दफ्तर तक मिले हैं। हालांकि जब सडक़ों पर वाहनों का दबाव बढ़ा तो जेडीए को पार्र्किंग की याद आई है। वैशाली नगर और मालवीय नगर में तो पार्र्किंग की जगह में मार्केट तक बन गए हैं और वाहन सडक़ पर खड़े करवाए जा रहे हैं। ऐसे में जेडीए के सामने इन इमारतों में वाहन खड़े करवाना भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
– जेडीए की सीमा में ऐसी 34 इमारतें हैं, जिनकी वजह से जाम लग रहा है। शुक्रवार तक जेडीए क्षेत्र की सभी इमारतों का सर्वे करा लिया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी।
रघुवीर सैनी, मुख्य नियंत्रक जेडीए प्रवर्तन शाखा