हाईकोर्ट (Rajasthan highcourt) ने कहा है कि बंदियों (jail inmates) को पैरोल(Parole) पर छोडऩे का मकसद बंदी को सामाजिक संपर्क (social contact) में रखने का है ताकि सजा पूरी होने पर वह समाज की मुख्यधारा (mainstream of society) सुधरे (reformed) हुए नागरिक के तौर पर शामिल हो सके।
जयपुर•Oct 09, 2019 / 09:06 pm•
Mukesh Sharma